
मुंबई के पवई इलाके से एक चिंताजनक घटना सामने आई है जहाँ एक एक्टिंग स्टूडियो में बच्चों को बंधक बनाए जाने की सूचना से इलाके में हड़कंप मच गया। स्थानीय मीडिया और पुलिस सूत्रों के अनुसार घटनास्थल आरए (RA) स्टूडियो की पहली मंजिल पर स्थित ऑडिशन रूम था, जहाँ हाल के दिनों में बच्चों के ऑडिशन चलते रहे हैं।
पिछले कई दिनों से चल रहे ऑडिशन में बढ़ी चहल-पहल
जानकारी के मुताबिक स्टूडियो में पिछले चार-पाँच दिनों से ऑडिशन आयोजित किए जा रहे थे। तमाम बच्चे सुबह पहुंचे — करीब 100 बच्चों के आने की बात कही जा रही है — लेकिन स्टूडियो प्रशासन ने अधिकांश बच्चों को वापस भेज दिया और कुछ चुनिंदा बच्चों को कमरे के अंदर बंद कर दिया गया। बाद में पुलिस की पूछताछ में यह पता चला कि कुल 17 बच्चे वहां बंधक बनाए गए थे।
पड़ोसियों की सतर्कता से खुली घटना की पोल
बंदी हुई बच्चियों और बच्चों ने खिड़की के रास्ते बाहर झांकना शुरू किया, जिससे शोर-शराबा फैल गया और आसपास के लोगों ने आनन-फानन पुलिस को सूचित किया। घटनास्थल पर पहुंची पुलिस टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए बच्चों को सुरक्षित निकाल लिया और उस युवक को हिरासत में ले लिया जिसके खिलाफ आरोप लगाए जा रहे हैं।
इंडिविजुअल पर गंभीर आरोप — वीडियो के जरिए धमकी भी की गई
पुलिस के अनुसार गिरफ्तार आरोपी का नाम रोहित आर्या बताया जा रहा है। शुरुआती बयानों में कहा गया कि रोहित ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर कुछ लोगों से बात करने की मांग रखी और धमकी दी कि यदि उसकी मांगें पूरी नहीं की गईं तो वह और बंधक बच्चों को नुकसान पहुंचा सकता है, साथ ही आग लगाने की भी बात कही। पुलिस ने बताया कि आरोपी मानसिक तौर पर अस्थिर दिखाई दिया और फिलहाल उससे पूछताछ जारी है ताकि उसकी प्रेरणाएं, उसकी घोषित माँगे और पीछे के कारणों का पता लगाया जा सके।
पुलिस ने बचाए सभी बच्चों को सुरक्षित बताया
मुंबई पुलिस का कहना है कि सभी 17 बच्चों को घटनास्थल से सुरक्षित निकालकर अभिभावकों के हवाले कर दिया गया या आवश्यकतानुसार मेडिकल व साइकोलोजिकल सहायता दी जा रही है। आर्या को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ की जा रही है ताकि यह स्पष्ट हो सके कि उसने ऐसा कदम क्यों उठाया — क्या उसकी मानसिक स्थिति इसकी वजह थी या कोई अन्य प्रेरक कारण था।
रोहित के वीडियो से जो बातें सामने आईं
रिहाई से पहले आरोपी द्वारा जारी किए गए कथन में उसने दावा किया कि वह किसी तरह का आतंकी नहीं है और न ही किसी बड़ी आर्थिक माँग के पीछे है; उसने अपने को 'नैतिक' और 'व्यक्तिगत सवालों' से जोड़ा और कहा कि वह कुछ लोगों से बातचीत करना चाहता है। हालांकि, उसकी भाषा और तरीकों ने स्थानीय लोगों और पुलिस में भारी चिंता पैदा कर दी।
किस तरह आगे की कार्रवाई होगी
पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि उक्त स्टूडियो में बच्चों की सुरक्षा के किन-किन नियमों का उल्लंघन हुआ, वहां ऑडिशन आयोजित करने वालों की जिम्मेदारी क्या रही और कैसे बच्चों को केवल चुने जाने के बाद कमरे में बंद कर दिया गया। साथ ही, पुलिस यह भी देख रही है कि आरोपी के पास किसी प्रकार की हिंसक सामग्री, ज्वलनशील पदार्थ या अन्य सहायक उपकरण तो नहीं थे।
स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने लोगों से अपील की है कि यदि किसी को इस तरह की किसी शंका का पता चलती है तो तुरंत पुलिस को सूचना दें। साथ ही अभिभावकों से भी आग्रह किया गया है कि वे अपने बच्चों को अनाधिकृत ऑडिशन या संदिग्ध जगहों पर अकेले न भेजें और किसी भी अनियमितता की सूचना तुरंत संबंधित प्राधिकरण को दें।














