मध्य प्रदेश के इंदौर के चर्चित राजा रघुवंशी हत्याकांड के मामले में हर दिन नए-नए सनसनीखेज खुलासे हो रहे हैं। बताया जा रहा है कि राजा अपनी पत्नी सोनम रघुवंशी के साथ हनीमून मनाने शिलांग गए थे, लेकिन वहीं पत्नी ने एक खौफनाक साजिश के तहत राजा रघुवंशी की निर्मम हत्या कर दी। हैरानी की बात यह है कि हत्या को अंजाम देने के बाद सोनम एक-दो दिन नहीं, बल्कि पूरे 14 दिन तक इंदौर में ही रही और किसी को भनक तक नहीं लगी। राजा की हत्या 23 मई को हुई और 25 मई को सोनम ट्रेन से इंदौर लौट आई थी।
सोनम ने हत्या करने से पहले न केवल पूरी योजना बनाई, बल्कि हत्या के बाद कहां और कैसे रहना है, इसका भी बारीकी से खाका तैयार किया था। इसी योजना के तहत वह न अपने मायके और न ही ससुराल में ठहरी, बल्कि शहर में एक फ्लैट किराए पर लेकर रहने लगी। वह फ्लैट में बैठकर टीवी और इंटरनेट के जरिए अपने ही पति की गुमशुदगी और हत्याकांड से जुड़ी खबरों को गौर से देखती थी। दिलचस्प बात ये है कि इन दिनों में सोनम और उसका प्रेमी राज कुशवाहा एक-दूसरे के काफी करीब रहे।
जैसे ही उसे पता चला कि पुलिस को शिलांग से कुछ अहम सबूत हाथ लगे हैं, राज ने उसे सचेत किया कि अब इंदौर सुरक्षित नहीं है। इसके बाद सोनम इंदौर छोड़कर उत्तर प्रदेश के रामपुर पहुंची, जहां वह राज कुशवाहा के गांव में छिपकर रहने लगी। मगर कहानी यहीं खत्म नहीं होती—जल्द ही पुलिस की सख्ती रंग लाई और राज कुशवाहा समेत तीन अन्य आरोपी पुलिस की गिरफ्त में आ गए।
इस घटनाक्रम के बीच यह भी सामने आया कि सोनम घर से 9 लाख रुपये नकद और भारी मात्रा में गहने लेकर निकली थी ताकि हत्या के बाद अगर अकेली रहना पड़े तो पैसों की तंगी न हो। जब उसे अपने राज खुलने का डर सताने लगा, तब वह रामपुर से भागकर गाजीपुर के एक ढाबे तक जा पहुंची। वहीं से पुलिस ने उसे दबोचा।
फिलहाल इस केस में पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जिनमें सोनम भी शामिल है। अब तक की पूछताछ में सोनम और राज, दोनों ने राजा की हत्या की बात कबूल कर ली है। हालांकि पुलिस का कहना है कि वे बार-बार बयान बदलकर भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे में जरूरत पड़ने पर सभी आरोपियों को आमने-सामने बिठाकर पूछताछ की जाएगी ताकि मामले की सच्चाई पूरी तरह से उजागर हो सके।