
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और देश के वरिष्ठ आदिवासी नेता शिबू सोरेन अब इस दुनिया में नहीं रहे। कई दशक तक जनसेवा और आदिवासी अधिकारों की लड़ाई लड़ने वाले ‘दिशोम गुरु’ ने सोमवार को लंबी बीमारी से जूझते हुए अंतिम सांस ली। उनका जाना झारखंड ही नहीं, पूरे देश के लिए अपूरणीय क्षति है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इस दुखद खबर को साझा किया। उन्होंने अपने पिता और झारखंड आंदोलन के स्तंभ की विदाई पर गहरा शोक जताया।
आदरणीय दिशोम गुरुजी हम सभी को छोड़कर चले गए हैं।
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) August 4, 2025
आज मैं शून्य हो गया हूँ...
81 वर्षीय शिबू सोरेन पिछले एक महीने से अधिक समय से दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती थे। जून के आखिरी सप्ताह में उन्हें किडनी संबंधी गंभीर समस्याएं हुईं, जिसके बाद से वे लगातार इलाज के दौर से गुजर रहे थे।
उनके निधन से न केवल राजनीतिक जगत बल्कि आदिवासी समाज और आम जनता में भी गहरा शोक है, जिन्होंने दशकों तक उन्हें एक मार्गदर्शक और संघर्षशील नेता के रूप में देखा।














