
जम्मू-कश्मीर के पुंछ ज़िले में शुक्रवार, 25 जुलाई को नियंत्रण रेखा (LoC) के निकट हुए एक बारूदी सुरंग विस्फोट ने भारतीय सेना को गहरा झटका दिया। इस दर्दनाक हादसे में एक बहादुर अग्निवीर ने देश के लिए अपने प्राणों का बलिदान दे दिया, जबकि दो अन्य जवान गंभीर रूप से घायल हो गए।
सेना से प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह दुर्घटना पुंछ के कृष्णा घाटी सेक्टर में हुई, जब जवान गश्त पर थे। इसी दौरान उनका एक कदम बारूदी सुरंग पर पड़ गया, जिससे जोरदार धमाका हुआ। इस विस्फोट में अग्निवीर ललित कुमार की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो अन्य सैनिक — जिनमें एक जूनियर कमीशंड ऑफिसर (JCO) भी शामिल है — घायल हो गए।
घायलों को तत्काळ सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। अधिकारियों ने बताया कि घायल JCO की हालत अभी स्थिर है और चिकित्सकीय निगरानी में रखा गया है।
#GOC #WhiteKnightCorps and all ranks pay solemn tribute to Agniveer Lalit Kumar, who made the supreme sacrifice, while on an area domination patrol in general area of #Krishna Ghati brigade on 25 July 2025, following a mine blast.
— White Knight Corps (@Whiteknight_IA) July 25, 2025
We stand with the bereaved family in this hour of… pic.twitter.com/kA0VSNl5Qp
इस दुखद घटना को लेकर सेना की व्हाइट नाइट कोर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर एक श्रद्धांजलि पोस्ट साझा की। पोस्ट में लिखा गया:
"जीओसी व्हाइट नाइट कोर और सभी रैंक्स की ओर से 7 जाट रेजिमेंट के अग्निवीर ललित कुमार को भावभीनी श्रद्धांजलि, जिन्होंने कृष्णा घाटी ब्रिगेड के क्षेत्र में गश्त के दौरान बारूदी सुरंग विस्फोट में वीरगति प्राप्त की।"
शहीद ललित कुमार के बलिदान को पूरे देश ने नमन किया है। उनका यह योगदान हमेशा सेना और देशवासियों के दिलों में जीवित रहेगा। जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा बलों को लगातार बारूदी सुरंगों और आतंकी गतिविधियों जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, ऐसे में यह हादसा एक बार फिर इन खतरों की गंभीरता को उजागर करता है।














