
टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव, जिसे पिछले सप्ताह गुरुग्राम स्थित अपने घर में बेरहमी से मार दिया गया, अपनी ज़िंदगी को लेकर बेहद बेचैन और घुटन महसूस कर रही थी। वो परिवार की सख्त पाबंदियों से थक चुकी थी और आज़ादी चाहती थी—वो कुछ समय के लिए न सिर्फ घर से बल्कि देश से भी दूर जाना चाहती थी, ताकि थोड़ी खुली हवा में सांस ले सके। यह बात उसके कुछ पुराने चैट्स से सामने आई है। उसकी करीबी दोस्त हिमांशिका सिंह राजपूत ने भी खुलासा किया कि राधिका पर उसके घर वालों की पाबंदियां इस कदर थीं कि उसका दम घुटने लगा था।
“कुछ महीनों के लिए इधर से निकलना है” – राधिका का दर्द
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, राधिका ने अक्टूबर 2024 में अपने कोच अजय यादव से चैटिंग के दौरान दिल की बात कही थी। उसने लिखा था, “अक्टूबर, नवंबर, दिसंबर... कुछ भी, मेरे को निकलना है इधर से थोड़े टाइम के लिए।” ये लाइनें उसके मन की घुटन और मानसिक बोझ को बयां करती हैं। एक और चैट में उसने लिखा, “घरवाले तो ठीक हैं लेकिन थोड़े टाइम रहना है इंडिपेंडेंटली। लाइफ को इंजॉय करना चाहती हूं। इधर काफी पाबंदियां हैं।”
इतना ही नहीं, उसने कुछ और मैसेज में यह भी साफ किया था कि वह कहां जाना चाहती है। “चाइना तो देखो खाने-पीने की दिक्कत रहेगी। दुबई, ऑस्ट्रेलिया वगैरह ठीक है। ऑस्ट्रेलिया में फैमिली है, दुबई में आप हो।” इस बातचीत से पता चलता है कि वह कितना प्लान कर चुकी थी, पर पारिवारिक बंदिशें उसके कदमों को रोक रही थीं।
राधिका ने अपने कोच को यह भी बताया कि उसने पापा से इस प्लान पर बात की थी, लेकिन “मना कर रहे थे, सब सुने कि कोई पॉइंट नहीं है, कितने ही बचेंगे पैसे।” यह वह पल था जब उसके सपनों को आर्थिक बहाने से कुचल दिया गया।
जिसने स्टार बनाना चाहा, उसी ने जिंदगी छीन ली
25 वर्षीय राधिका की हत्या का आरोप उसके पिता दीपक यादव पर है, जो खुद भी एक समय उसकी सफलता का सपना देखता था। लेकिन अब उसी ने चार गोलियां चलाकर बेटी की जिंदगी छीन ली। 49 वर्षीय दीपक ने कबूल किया है कि समाज में उसे ताने सुनने को मिलते थे कि वो बेटी की कमाई खा रहा है। उसने यह भी कहा कि उसने राधिका को खिलाड़ियों को ट्रेनिंग देने से मना किया था।
रील्स और सोशल मीडिया बना तनाव की वजह
जानकारी के मुताबिक, राधिका और उसके पिता के बीच रील्स बनाने को लेकर भी विवाद बढ़ गया था। हालांकि, राधिका की दोस्त का कहना है कि वह परिवार की कुछ शर्तें मानने को तैयार हो गई थी, लेकिन फिर भी उस पर सख्ती जारी रही।
फोन डेटा से मिल सकते हैं बड़े सुराग
फिलहाल राधिका और उसके पिता के मोबाइल फोन को जांच के लिए भेज दिया गया है। पुलिस को उम्मीद है कि उनके बीच की बातचीत और डेटा एनालिसिस से हत्या की असल वजह सामने आ सकती है। सेक्टर 57, गुरुग्राम में रहने वाले दीपक की इस हरकत से पूरा परिवार और रिश्तेदार स्तब्ध हैं—जिस बेटी को सानिया मिर्जा जैसा बनाने का सपना देखा, उसी बेटी को अपने हाथों से मार देना, एक ऐसा सच है जिसे पचाना मुश्किल है।














