गुरुवार दोपहर जब अहमदाबाद एयरपोर्ट के पास भयावह प्लेन क्रैश हुआ, उस दर्दनाक हादसे में 274 जानें ही नहीं गईं, बल्कि कई परिवारों के सपनों का अंत भी हो गया। इस त्रासदी ने कई परिवारों के इकलौते कमाने वाले को छीन लिया और कई के वर्षों की मेहनत को पल भर में राख कर दिया। अहमदाबाद प्लेन क्रैश में जान गंवाने वालों की सूची में कई ऐसी मार्मिक कहानियां शामिल हैं, जिनमें इंसानी जज्बात, संघर्ष और अधूरे ख्वाब समाए हुए हैं। इन्हीं में एक कहानी मूल रूप से राजस्थान की रहने वाली और वर्तमान में हिम्मतनगर में बसे परिवार की बेटी पायल खटीक की है।
जॉब के लिए लंदन जा रही थी पायल, पहली बार चढ़ी थी विमान में
पायल खटीक के पिता ने अपने जीवनभर की मेहनत और संघर्ष से बेटी को पढ़ाया था, उन्होंने रिक्शा चलाकर पायल को उस मुकाम तक पहुंचाया जहां से उसका करियर नई ऊंचाइयों को छू सकता था। पायल पहली बार हवाई जहाज में बैठी थीं और वह एक प्राइवेट कंपनी की जॉब जॉइन करने के लिए लंदन जा रही थीं। उस फ्लाइट में बैठना उनके परिवार के लिए गर्व का पल था, लेकिन अफसोस, किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। गुरुवार को जब प्लेन क्रैश हुआ, तो पायल खटीक भी उसमें सवार थीं, और उनकी जिंदगी एक ही पल में खत्म हो गई। इस भयावह हादसे में जान गंवाने वाले 274 लोगों में उनका नाम भी जुड़ गया।
अधूरे रह गए पिता के जीवनभर के संघर्ष से जुड़े सपने
हर परिवार की तरह पायल का परिवार भी उस क्षण के इंतज़ार में था जब उनकी बेटी लंदन से कामयाबी के पंख लेकर लौटेगी। उन्हें उम्मीद थी कि उनकी बेटी की नौकरी से ना सिर्फ आर्थिक स्थिति सुधरेगी बल्कि जीवन का संघर्ष भी कुछ कम होगा। पिता, जो अब तक रिक्शा चलाकर घर चलाते थे, सोच रहे थे कि अब शायद थोड़ी राहत मिलेगी। लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था। वह सपना, जो वर्षों से आंखों में पल रहा था, वह उस विमान की आग में जलकर खत्म हो गया। ये हादसा उन्हें फिर उसी मुहाने पर ला खड़ा कर गया, जहां से उन्होंने उम्मीदों की शुरुआत की थी।
हादसे की चपेट में मासूम आकाश भी आया
इस भीषण दुर्घटना में सिर्फ पायल ही नहीं, बल्कि कई अन्य दर्दनाक कहानियां भी सामने आ रही हैं। इन्हीं में से एक कहानी है एक नाबालिग बालक आकाश की, जो प्लेन से निकली आग की चपेट में आ गया। आकाश फुटपाथ पर सो रहा था, जब अचानक आग के भयानक लपटों ने उसे अपनी गिरफ्त में ले लिया। प्लेन से गिरे ईंधन के धमाके ने न सिर्फ उसे झुलसा दिया, बल्कि उसके परिवार की उम्मीदों को भी राख में बदल दिया।
274 जिंदगियां, अनगिनत कहानियां
बता दें कि इस भयावह विमान हादसे में अब तक 274 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। इन सभी के पीछे अपने-अपने संघर्षों और उम्मीदों की दास्तां है। पायल और आकाश की कहानियां उन असंख्य अनकही सच्चाइयों का एक छोटा सा हिस्सा हैं, जो धीरे-धीरे सामने आ रही हैं—और जो आने वाले समय में भी लोगों की आंखें नम करती रहेंगी।