ऑल पार्टी डेलिगेशन के विदेशी दौरे के बाद लौटे कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि सरकार ने जो जिम्मेदारी सौंपी थी, वह सफलतापूर्वक पूरी हो गई है। उन्होंने बताया कि पांच देशों – गुयाना, पनामा, कोलंबिया, ब्राजील और अमेरिका – की यात्रा में भारत को भरपूर समर्थन मिला और वैश्विक मंच पर आतंकवाद के खिलाफ भारत की स्थिति को मजबूती से प्रस्तुत किया गया।
थरूर ने कहा कि इस यात्रा का मकसद सिर्फ भारत की स्थिति स्पष्ट करना नहीं था, बल्कि यह दिखाना भी था कि आतंकवाद जैसे मुद्दों पर पूरा भारत एकजुट है। उन्होंने कहा, "हमने इन देशों को साफ संदेश दिया कि हम एक हैं। सभी दलों के नेता इस डेलिगेशन में एक साथ थे। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने जिस प्रकार से प्रतिक्रिया दी, वह सोच-समझकर और उद्देश्यपूर्ण थी।"
उन्होंने पाकिस्तान को दिए गए संदेश का भी उल्लेख किया और कहा, "हमने स्पष्ट कहा कि अगर पाकिस्तान उकसावे की कार्रवाई करेगा तो भारत भी जवाब देगा, लेकिन अगर वे रुकते हैं तो भारत भी संयम बरतेगा। हमारी मंशा युद्ध नहीं थी। हमने सभी देशों को यह बताया कि भारत की प्राथमिकता विकास और अपने नागरिकों का भविष्य है, न कि युद्ध। लेकिन जब आतंकवादी हमला करते हैं, तो भारत को जवाब देना ही पड़ता है।"
थरूर ने दौरे के अंत में यह भी कहा कि पूरी यात्रा सकारात्मक रही और उन्होंने गर्व से भारत की स्थिति को प्रस्तुत किया। यह दौरा न केवल विदेश नीति के लिहाज से बल्कि आंतरिक राजनीतिक एकता और वैश्विक मंच पर भारत की साख बढ़ाने के दृष्टिकोण से भी अहम माना जा रहा है।