
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में मंगलवार को एक दर्दनाक रेल हादसा हुआ जिसने पूरे प्रदेश को हिला दिया। जयरामनगर और कोटमीसोनार स्टेशन के बीच चल रही एक पैसेंजर ट्रेन कोयले से भरी मालगाड़ी से आमने-सामने टकरा गई। इस भयावह टक्कर में चार लोगों की मौत हो गई, जबकि 15 से अधिक यात्री गंभीर रूप से घायल हुए हैं। हादसे के बाद रेलवे प्रशासन ने तुरंत राहत और बचाव अभियान शुरू कर दिया तथा पीड़ितों के लिए आर्थिक सहायता की घोषणा की है।
रेलवे ने घोषित की आर्थिक सहायता
रेल मंत्रालय ने हादसे में जान गंवाने वाले यात्रियों के परिजनों के लिए 10-10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने का ऐलान किया है। इसके साथ ही, गंभीर रूप से घायल यात्रियों को 5-5 लाख रुपये और सामान्य रूप से घायल यात्रियों को 1-1 लाख रुपये की वित्तीय सहायता दी जाएगी। रेलवे प्रशासन ने कहा कि यह सहायता राशि त्वरित रूप से प्रदान की जाएगी ताकि पीड़ित परिवारों को किसी भी तरह की आर्थिक परेशानी न झेलनी पड़े।
घटनास्थल पर पहुंचे वरिष्ठ अधिकारी
हादसे की जानकारी मिलते ही दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक तरुण प्रकाश और बिलासपुर मंडल रेल प्रबंधक राजमल खोईवाल तत्काल मौके पर पहुंच गए। दोनों अधिकारियों ने राहत कार्यों का निरीक्षण किया और घायलों को जल्द से जल्द अस्पताल पहुंचाने के निर्देश दिए। रेलवे की मेडिकल टीम ने तुरंत घटनास्थल पर पहुंचकर प्राथमिक उपचार दिया और एंबुलेंस के जरिए घायलों को पास के अस्पतालों में भेजा गया।
राहत और बचाव कार्य में तेजी
रेलवे प्रशासन और जिला पुलिस की संयुक्त टीमों ने राहत कार्यों को युद्धस्तर पर शुरू किया। गैस कटर की मदद से ट्रेन के क्षतिग्रस्त डिब्बों को काटकर फंसे यात्रियों को बाहर निकाला गया। स्थानीय लोगों ने भी राहत अभियान में प्रशासन की मदद की। फिलहाल घायलों का इलाज बिलासपुर जिला अस्पताल और रेलवे अस्पताल में किया जा रहा है।
रेलवे प्रशासन की अपील
रेल प्रशासन ने यात्रियों और उनके परिजनों से अपील की है कि वे अफवाहों पर विश्वास न करें और जानकारी केवल आधिकारिक स्रोतों से ही प्राप्त करें। साथ ही, रेलवे ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं ताकि लोग अपने परिजनों की स्थिति की जानकारी तुरंत प्राप्त कर सकें।














