T20WC: मैच हमारे हाथ में था..., भारत से मिली हार के बाद पाक कोच गैरी कर्स्टन ने बताया कहां हुई गलती
By: Rajesh Bhagtani Mon, 10 June 2024 12:55:17
पाकिस्तान कल भारत के खिलाफ T20WC का मैच 6 रनों से हार गया। खेल के 15वें ओवर तक लगभग यह तय हो गया था कि मैच भारत के हाथों से पूरी तरह से निकल चुका है और पाकिस्तान इस मैच में विजयी होने वाला है, लेकिन उसी वक्त जसप्रीत बुमराह के ओवर ने न सिर्फ मैच का रुख पलटा अपितु मैच को भारत के पक्ष में ला दिया। पाकिस्तान के मैच हारने को पाक टीम के कोच गैरी कर्स्टन ने निराशाजनक बताया। उनका कहना है कि पाकिस्तान क्रिकेट टीम ने खुद पर इतना दबाव डाल लिया कि वह विनिंग लाइन क्रॉस नहीं कर पाए।
इससे पहले, टी20 वर्ल्ड कप 2024 का 19वां मैच भारत और पाकिस्तान के बीच खेला गया था। टीम इंडिया ने पहले बैटिंग करते हुए 119 रन बोर्ड पर लगाए थे, इस स्कोर का पीछा करते हुए एक समय ऐसा था जब पाकिस्तान का स्कोर 13 ओवर के बाद 2 विकेट के नुकसान पर 73 रन था। इसके बावजूद पाकिस्तान हार गया। मैन इन ग्रीन निर्धारित 20 ओवर में 113 ही रन बना सकी। इस हार के साथ पाकिस्तान का टी20 वर्ल्ड कप 2024 में सफर लगभग समाप्त हो गया है।
गैरी कर्स्टन ने कहा, पाकिस्तान के सभी खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी हैं और वे जानते हैं कि जब वे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर रहे होते हैं तो उन पर दबाव आता है। यह समझ में आता है, लेकिन इनमें से बहुत से खिलाड़ियों ने कई वर्षों तक दुनिया भर में बहुत सारा टी-20 क्रिकेट खेला है और यह उन पर निर्भर करता है कि वे अपने खेल को कैसे आगे ले जाते हैं।
कर्स्टन ने कहा कि बल्लेबाजों को उनका मैसेज था कि वे बाउंड्री की तलाश करें और ढीली गेंदों का फायदा उठाएं। पाकिस्तान के कोच का मानना है कि उनके खिलाड़ियों ने 15 ओवर तक अच्छा प्रदर्शन किया और एक बार विकेट गिरने के बाद उन्होंने स्ट्राइक रोटेट करना बंद कर दिया और खुद को मुश्किल स्थिति में पाया।
कोच ने कहा, "मैसेज यही था कि हम कुछ बाउंड्री की तलाश करें, ढीली गेंदों का फायदा उठाने की कोशिश करें और सुनिश्चित करें कि आप पारी के दौरान अधिक से अधिक रन बना सकें। और मुझे लगता है कि हमने 15 ओवर तक यह शानदार तरीके से किया। हम रन अ बॉल खेल रहे थे और फिर हमने विकेट खो दिए और फिर हमने स्ट्राइक रोटेट करना बंद कर दिया और फिर हम बाउंड्री की तलाश में थे और एक बार जब आप उस बिंदु पर पहुंच गए तो यह हमेशा कठिन होने वाला था। इसलिए, संदेश यही था कि हम 15 ओवर तक वही करें जो हमने किया।"