सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) का प्रमुख बल्लेबाजी क्रम पिछले कुछ मैचों में उम्मीदों पर खरा नहीं उतर सका है, खासकर मुंबई इंडियंस (MI) के खिलाफ एक और निराशाजनक प्रदर्शन के बाद। टीम के लिए अगर कुछ बदलाव नहीं हुआ, तो आईपीएल 2025 में ‘वुडन स्पून’ (नौवें स्थान) की स्थिति सुनिश्चित हो सकती है। ऐसे में सवाल उठता है कि SRH को अपने अभियान को पटरी पर लाने के लिए क्या करना चाहिए?
आईपीएल 2024 में SRH के बल्लेबाजी क्रम को अधिकांश टीमों के फैन्स ने काफी सराहा था। ट्रैविस हेड, अभिषेक शर्मा और नितीश कुमार रेड्डी जैसे खिलाड़ियों के साथ-साथ हेनरिक क्लासेन भी टीम में शामिल थे, जिनकी बल्लेबाजी से गेंदबाजों के लिए हालात मुश्किल हो जाते थे। पहले मैच में ही SRH ने 286 रन बनाकर धमाकेदार शुरुआत की थी, और इशान किशन के शानदार शतक ने इसे और भी प्रभावशाली बना दिया था। शुरुआती दिनों में SRH का खेल लाजवाब था, और ऐसा लग रहा था कि 300 रन बनाने का लक्ष्य ज्यादा दूर नहीं है।
लेकिन अब जो स्थिति है, वह SRH के फैन्स के लिए निराशाजनक है। वर्तमान में SRH अंक तालिका में नौवें स्थान पर है, और केवल रन-रेट के कारण वह आखिरी स्थान से बचा हुआ है। हेड, अभिषेक और किशन जैसे प्रमुख खिलाड़ी अपेक्षित प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं। विशेषकर नितीश कुमार रेड्डी को नंबर 4 पर बल्लेबाजी करने में संघर्ष करना पड़ा, और क्लासेन ही एकमात्र उम्मीद बनकर सामने आए हैं, लेकिन वह बहुत नीचे आकर बल्लेबाजी करते हैं।
क्या गलत हो रहा है SRH के साथ?
टीम के कोच मार्क बाउचर ने कहा कि हैदराबाद की पिचों पर SRH की बल्लेबाजी शैली को मदद नहीं मिल रही है, जिससे उनकी रणनीति पर असर पड़ा है। इसके अलावा, बाउचर का मानना है कि ओपनर्स का आक्रामक तरीके से खेलने की बजाय कंडीशन के हिसाब से खेल को ढालने की जरूरत है।
बाउचर ने कहा, "पिछले सीजन में उन्होंने जो भी किया, वह सोने जैसा साबित हुआ था। इस सीजन में उन्हें हमेशा उस तरह की कंडीशन नहीं मिली, जो उनके खेलने के तरीके के हिसाब से हो। आपने देखा है कि इस सीजन के सबसे अच्छे ओपनर्स वो रहे हैं जिन्होंने कंडीशन के हिसाब से खुद को ढाला। लेकिन SRH के ओपनर्स का यही ध्यान नहीं है, वे सिर्फ आक्रामक क्रिकेट खेलना चाहते हैं।"
क्या तरीका सही है?
अनेक लोग मानते हैं कि SRH का तरीका अब सही नहीं रहा है और इसे बदलने की जरूरत है। हालांकि, अनिल कुंबले का मानना है कि पिछले सीजन में जिस तरीके से काम किया था, उसे छोड़ना सही नहीं होगा। उनका मानना है कि असली समस्या मिडल ऑर्डर की विफलता है।
कुंबले ने कहा, "यह सिर्फ तरीका नहीं है, तरीका तो सही है क्योंकि इसी के चलते पिछले साल उन्हें सफलता मिली थी। असली समस्या मिडल ऑर्डर की है। इशान किशन ने पहला मैच शतक के साथ खेला, लेकिन इसके बाद कुछ खास नहीं किया। इसका मतलब यह नहीं हो सकता कि या तो बड़े स्कोर करो या जीरो पर आउट हो जाओ। बीच में कुछ करना भी जरूरी है।"
आगे क्या होगा?
SRH को अब अपनी सभी आगामी मैचों में जीत हासिल करनी होगी, यह बेहद जरूरी है। हालांकि, इसके लिए उन्हें पिचों का सही मूल्यांकन करना होगा। कुंबले का मानना है कि विपक्षी टीमों ने SRH के बल्लेबाजों की कमजोरी समझ ली है और अब उन्हें उस कमजोरी का फायदा उठाते हुए आउट करने के तरीके ढूंढ लिए हैं।
कुंबले ने कहा, "ओपनर्स का प्रदर्शन लगातार अच्छा नहीं हो पा रहा, क्योंकि वे उच्च जोखिम वाले खेल खेलते हैं। यह हमेशा पिछले सीजन जैसा नहीं हो सकता, जहां वे विपक्षी टीम को ध्वस्त कर देते थे। विपक्षी टीमों ने अब उनके खेलने के तरीके को समझ लिया है। जब ऐसा होता है, तो आपको बदलाव करने की जरूरत होती है, और SRH इस बदलाव के लिए तैयार नहीं हैं।"
अब SRH को अपनी रणनीतियों को बदलने की आवश्यकता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि उन्हें पूरी तरह से अपनी आक्रामकता छोड़ देनी चाहिए। कुछ मैचों में स्मार्ट क्रिकेट खेलना भी जरूरी होगा। उनके पास ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने इन परिस्थितियों का सामना किया है।
अब यह देखना होगा कि क्या SRH अपनी राह पर लौटने में सफल हो पाती है, क्योंकि उनके लिए IPL 2025 का यह सफर बहुत कठिन होता जा रहा है।