कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 लोग मारे गए थे, और इस हमले के बाद पाकिस्तान के एक आतंकी संगठन का नाम सामने आया है। इस घटना के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव और कूटनीतिक संघर्ष की स्थिति बन गई है। इसका प्रभाव क्रिकेट मैदान पर भी देखने को मिल रहा है, जहां दोनों देशों के खिलाड़ी अपनी-अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे हैं। ऐसी अटकलें हैं कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ICC से अनुरोध कर सकता है कि भारत और पाकिस्तान को एक ही ग्रुप में न रखा जाए। इस बीच, पाकिस्तान महिला क्रिकेट टीम की खिलाड़ी गुल फिरोजा ने भारत के खिलाफ तीव्र प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इस साल भारत में होने वाले महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप को लेकर कहा है कि वे भारत में खेलने के लिए इच्छुक नहीं हैं।
गुल फिरोजा का चौंकाने वाला बयान:
गुल फिरोजा महिला वर्ल्ड कप क्वालीफायर के दौरान पाकिस्तानी टीम का हिस्सा थीं और ओपनर के तौर पर खेल रही थीं। हाल ही में उनकी टीम ने इस टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई किया था। पहलगाम हमले के बाद फिरोजा ने कहा, "हम भारत में नहीं खेल रहे हैं, यह बात साफ है। ना ही हम भारत में खेलना चाहते हैं। लेकिन हमें यह तो पता है कि हम एशियाई कंडिशन में खेलेंगे, इसलिए श्रीलंका या दुबई में जहां भी यह खेला जाएगा, उम्मीद है कि वहां की परिस्थितियां एशिया जैसी ही होंगी। हमारे क्वालीफायर के मैच घरेलू मैदान पर थे और उसी के अनुसार ट्रैक तैयार किए गए थे। जहां भी वर्ल्ड कप के मैच होंगे, वहां की परिस्थितियां घरेलू मैदान जैसी ही होंगी। इसलिए हमारी तैयारी उसी के अनुसार होगी और हम इसके लिए तैयार हैं।"
"We're not going to India."
— PakPassion.net (@PakPassion) April 24, 2025
Pakistan opener Gull Feroza firmly states that the team won't play in India.
🎙️ Catch the full post-qualification chat with Gull and others:
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पाकिस्तान के साथ खेलने पर BCCI का रुख:
BCCI ने स्पष्ट रूप से कहा है कि वह इस मामले में भारत सरकार के दिशा-निर्देशों का पूरी तरह पालन करेगा। BCCI के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने हाल ही में पहलगाम आतंकी हमले की निंदा की और कहा कि वे पीड़ितों के साथ हैं और जो भी कदम सरकार उठाएगी, बोर्ड उसे मानेगा। वर्तमान में, सरकार की नीति के अनुसार पाकिस्तान के साथ कोई सीरीज नहीं खेली जाती है, और यह नीति आगे भी जारी रहेगी। हालांकि, जब ICC इवेंट की बात आती है, तो टूर्नामेंट में भागीदारी के कारण दोनों देशों को एक दूसरे के खिलाफ खेलना पड़ता है।