रुतुराज गायकवाड़ की चोट के चलते आईपीएल 2025 के बाकी सीज़न से बाहर होने के बाद एमएस धोनी ने एक बार फिर चेन्नई सुपर किंग्स की कमान संभाल ली है। विकेटकीपर-बल्लेबाज़ के रूप में लीजेंड बन चुके धोनी अब टीम के खराब शुरुआत को पटरी पर लाने और बचे हुए सात लीग मैचों में अभियान को फिर से मज़बूत करने की मुहिम में जुट गए हैं।
रविवार को आईपीएल के अहम मुकाबले में धोनी की अगुवाई वाली चेन्नई सुपर किंग्स का सामना हार्दिक पंड्या की कप्तानी वाली मुंबई इंडियंस से वानखेड़े स्टेडियम में होगा। दो सबसे कामयाब आईपीएल टीमों की टक्कर में अगर किसी एक खिलाड़ी पर सबसे ज़्यादा नज़रे रहीं हैं, तो वह हैं महेंद्र सिंह धोनी।
एमएस धोनी की कप्तानी में MI के खिलाफ CSK का रिकॉर्ड:
• कुल मुकाबले: 34
• चेन्नई की जीत: 15
• मुंबई की जीत: 19
• जीत-हार अनुपात: 0.789
मुंबई के खिलाफ कप्तान रहते धोनी का बल्लेबाज़ी रिकॉर्ड:
• पारियां: 29
• रन: 627
• औसत: 34.83
• स्ट्राइक रेट: 130.62
• अर्धशतक: 3
वानखेड़े में धोनी का रिकॉर्ड: 43 वर्षीय धोनी वानखेड़े स्टेडियम में 20 से ज़्यादा मैच खेल चुके हैं।
• पारियां: 30
• रन: 651
• सर्वश्रेष्ठ स्कोर: 63*
• औसत: 34.26
• स्ट्राइक रेट: 129.16
• अर्धशतक: 3
• छक्के: 28
• चौके: 52
वानखेड़े स्टेडियम धोनी के लिए खास रहा है, जहां MI और CSK के बीच कई यादगार मुकाबले हुए हैं। 2024 में इसी मैदान पर हुए पिछले मुकाबले में धोनी ने हार्दिक पंड्या की गेंदबाज़ी पर चार गेंदों में 20 रन ठोककर मैच का रुख पलट दिया था।
अब जब उन्होंने फिर से सीज़न के बचे हिस्से के लिए कप्तानी संभाली है, तो टीम में एक नई ऊर्जा देखी जा रही है। खासकर गेंदबाज़ी में उनके अनुभव से "मैन्युवरबिलिटी" बढ़ी है। पांच बार की चैंपियन टीम अब वापसी की राह पर है और धोनी न सिर्फ कप्तान के तौर पर, बल्कि डेथ ओवर्स में बल्ले से योगदान देने और अपने घुटने की चोट को मैनेज करते हुए फिर से एक बार टीम के संकटमोचक बनकर उभर सकते हैं।