
भारत और इंग्लैंड के बीच मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में चौथे टेस्ट मैच के दूसरे दिन का खेल जारी है। इस मैच के पहले दिन ऋषभ पंत 37 के निजी स्कोर पर चोटिल होकर मैदान से बाहर चले गए थे, लेकिन वो दूसरे दिन चोटिल पैर के साथ दोबारा बल्लेबाजी करने के लिए मैदान पर उतरे।
शार्दुल ठाकुर के रूप में जब भारत का छठा विकेट गिरा तो फिर उसके बाद पंत ड्रेसिंग रूम से लंगड़ाते हुए बाहर आए। स्टेडियम में मौजूद हजारों दर्शकों ने ताली बजाकर पंत के इस जज्बे का स्वागत किया।
चोट के बावजूद भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज़ ऋषभ पंत मैदान में लौटने को तैयार हैं। गुरुवार को बीसीसीआई की ओर से जारी आधिकारिक बयान में बताया गया कि मैनचेस्टर में जारी चौथे टेस्ट में पंत विकेटकीपिंग नहीं करेंगे, लेकिन यदि टीम को जरूरत पड़ी तो वह बल्लेबाज़ी के लिए उपलब्ध रहेंगे। उनकी जगह ध्रुव जुरेल विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी संभालेंगे।
यह घटनाक्रम उस वक्त सामने आया जब दूसरे दिन के खेल की शुरुआत के कुछ ओवर बाद पंत ड्रेसिंग रूम में जर्सी पहने हुए नजर आए। बीसीसीआई ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पुष्टि की कि पंत पहले दिन क्रिस वोक्स की गेंद पर रिवर्स स्वीप खेलते वक्त चोटिल हो गए थे। तब वह 37 रन पर बल्लेबाज़ी कर रहे थे। चोट लगने के बाद वह रिटायर्ड हर्ट हो गए और स्कैन के लिए भेजा गया, जहां उनके दाहिने पैर के अंगूठे में फ्रैक्चर की पुष्टि हुई।
THE WARRIOR WALK BY PANT. 🦁
— Mufaddal Vohra (@mufaddal_vohra) July 24, 2025
- Rishabh Pant has walked out to bat with an injured toe. 🫡🇮🇳 pic.twitter.com/O6xg4C5bmz
बीसीसीआई ने अपने बयान में लिखा, “मैनचेस्टर टेस्ट के पहले दिन अंगूठे में लगी चोट के चलते ऋषभ पंत विकेटकीपिंग नहीं करेंगे। उनकी जगह ध्रुव जुरेल विकेटकीपिंग करेंगे। पंत दूसरे दिन टीम से जुड़ चुके हैं और जरूरत पड़ने पर बल्लेबाज़ी के लिए मैदान पर उतरेंगे।”
हालांकि, संभावना जताई जा रही है कि अगर पंत बल्लेबाज़ी के लिए उतरते हैं तो वह रन दौड़ने की बजाय बड़े शॉट्स पर निर्भर रहेंगे, क्योंकि उन्हें दौड़ने में परेशानी हो सकती है। यह रणनीति इंग्लैंड के लिए मुश्किलें पैदा कर सकती है, खासकर जब पंत का आक्रामक अंदाज़ और जोखिम लेने की क्षमता किसी भी गेंदबाज़ी आक्रमण को परेशान कर सकती है।
इससे पहले यह चर्चा थी कि पंत सीरीज़ से बाहर हो सकते हैं और इशान किशन को कवर खिलाड़ी के तौर पर टीम में बुलाया जा सकता है। लेकिन दूसरे दिन जब पंत ‘मून बूट’ पहनकर स्टेडियम पहुंचे, तो यह साफ हो गया कि वह टीम के साथ जुड़े रहेंगे। पंत की उपस्थिति ने ड्रेसिंग रूम और फैंस के बीच ऊर्जा का संचार किया है।
गौरतलब है कि यह सीरीज में पंत की दूसरी चोट है। लॉर्ड्स टेस्ट में भी विकेटकीपिंग करते समय उनकी उंगली में चोट लगी थी, जिसकी वजह से वे इंग्लैंड की दूसरी पारी में विकेटकीपिंग नहीं कर पाए थे। तब भी ध्रुव जुरेल ने रिप्लेसमेंट की भूमिका निभाई थी।
2022 की घातक कार दुर्घटना के बाद से पंत के लिए मैदान पर वापसी आसान नहीं रही है। लंबे रिहैबिलिटेशन और फिजियोथेरेपी के बाद पिछले साल उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में धमाकेदार वापसी की थी और मौजूदा सीरीज में भी उन्होंने अपने प्रदर्शन से प्रभावित किया है।
भारतीय टीम इस समय चोटों की मार झेल रही है। नितीश कुमार रेड्डी घुटने की चोट के कारण पहले ही सीरीज से बाहर हो चुके हैं। वहीं तेज़ गेंदबाज़ आकाश दीप और अर्शदीप सिंह भी क्रमशः कमर और उंगली की चोट के चलते चौथे टेस्ट में चयन के लिए उपलब्ध नहीं हैं। भारत इस समय पांच मैचों की सीरीज़ में 1-2 से पीछे है और ऐसे में पंत का चोटिल होना टीम इंडिया के लिए एक और बड़ा झटका माना जा रहा है।
इस बीच, ध्रुव जुरेल को बतौर विकेटकीपर एक बार फिर खुद को साबित करने का मौका मिला है। वहीं पंत की जुझारू वापसी क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक भावनात्मक क्षण बन गई है, जो दर्शाता है कि भारतीय क्रिकेट में जज़्बा और समर्पण अब भी जिंदा है।














