
ओलंपिक पदक विजेता पहलवान बजरंग पुनिया और अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रसिद्ध पहलवान विनेश फोगट ने लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए दर्दनाक धमाके पर गहरा दुख व्यक्त किया है। सोमवार शाम हुई इस घटना ने न केवल राजधानी बल्कि पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। भीड़भाड़ वाले इलाके में हुए इस विस्फोट में 9 निर्दोष लोगों की मौत हो गई और कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के बाद पुरानी दिल्ली के इलाके में अफरा-तफरी का माहौल फैल गया।
यह धमाका उस समय हुआ जब जम्मू-कश्मीर पुलिस ने फरीदाबाद में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद और अंसार गजवत-उल-हिंद से जुड़े एक अंतरराष्ट्रीय मॉड्यूल का पर्दाफाश किया था। पुलिस ने वहां से करीब 2,900 किलो विस्फोटक और कई हथियार बरामद किए थे। इन दोनों घटनाओं के बीच नजदीकी समय ने जांच एजेंसियों की चिंता और भी बढ़ा दी है।
विनेश फोगट का बयान
विनेश फोगट ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर अपनी प्रतिक्रिया साझा करते हुए लिखा, “दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुआ विस्फोट बेहद दुखद और चिंताजनक है। अब तक मिली जानकारी के अनुसार कई निर्दोष लोगों ने अपनी जान गंवाई है, जो बेहद पीड़ादायक है। इस कठिन समय में मेरी संवेदनाएं सभी शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। मैं ईश्वर से प्रार्थना करती हूं कि दिवंगत आत्माओं को शांति मिले और घायल जल्द ठीक हों। देश की राजधानी में इस तरह की घटनाएं बेहद दुर्भाग्यपूर्ण हैं और हमें एकजुट होकर सतर्क रहना चाहिए।”
बजरंग पुनिया ने जताया आक्रोश और चिंता
बजरंग पुनिया ने भी एक्स पर अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए कहा, “लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए कार विस्फोट की खबर ने मन को झकझोर दिया। निर्दोष लोगों की जान जाना बेहद दुखद और अस्वीकार्य है। इस त्रासदी में अपनी जान गंवाने वालों के परिजनों के प्रति मैं गहरी संवेदना प्रकट करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। मैं सरकार से निवेदन करता हूं कि इस घटना की निष्पक्ष, त्वरित और पारदर्शी जांच कर दोषियों को कठोर सजा दी जाए।”
खेल जगत से भी उठी सहानुभूति की आवाज
इस घटना पर टीम इंडिया के कोच गौतम गंभीर ने भी शोक व्यक्त करते हुए कहा, “दिल्ली में हुए विस्फोट से हुई जानमाल की हानि से मैं बेहद दुखी हूं। मृतकों के परिवारों को शक्ति मिले और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।”
देश की राजधानी में हुए इस भयावह विस्फोट ने न केवल सुरक्षा व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि आम नागरिकों के मन में डर भी बैठा दिया है। खेल जगत सहित समाज के विभिन्न वर्गों ने एक सुर में कहा है कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सरकार और एजेंसियों को ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।














