आईपीएल 2025 के एक हाई-स्कोरिंग मुकाबले में लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) के कप्तान ऋषभ पंत पर 30 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है, जो उनकी टीम द्वारा की गई धीमी ओवर गति (slow over-rate) के कारण हुआ।
यह तीसरी बार है जब एलएसजी इस सीजन में ओवर रेट की गलती कर रही है (पहले दो उल्लंघन 5 और 26 अप्रैल को हुए थे)। पंत को 30 लाख रुपये का जुर्माना लगा, जबकि प्लेइंग इलेवन के अन्य खिलाड़ियों (इम्पैक्ट प्लेयर सहित) पर 12 लाख या उनकी मैच फीस का 50% (जो भी कम हो) का जुर्माना लगाया गया है। 27 करोड़ रुपये में नीलाम हुए पंत इस जुर्माने के बावजूद निलंबित नहीं होंगे, क्योंकि आईपीएल 2025 के पहले नियमों में संशोधन किया गया था।
पहले, तीन बार ओवर रेट की गलती करने पर कप्तान को एक मैच के लिए निलंबित कर दिया जाता था।
पंत ने इस मैच में 61 गेंदों में नाबाद 118 रन बनाए — जो उनके आईपीएल करियर की एक शानदार पारी थी। एलएसजी ने 227/3 का स्कोर बनाया था, लेकिन RCB ने यह लक्ष्य 6 विकेट रहते हासिल कर लिया। विराट कोहली (54) और जितेश शर्मा (85)* ने आरसीबी को जीत दिलाई। एलएसजी सीजन में 14 में से सिर्फ 6 मैच जीत पाई और अंक तालिका में 7वें स्थान पर रही। वहीं RCB 19 अंकों के साथ क्वालिफायर-1 में पहुंच गई।
आईपीएल 2024 तक: पुराना नियम
किसी टीम के तीसरी बार ओवर रेट नियम का उल्लंघन करने पर कप्तान पर एक मैच का निलंबन लगाया जाता था। पहली बार उल्लंघन पर ₹12 लाख जुर्माना, दूसरी बार पर ₹24 लाख, तीसरी बार पर ₹30 लाख और निलंबन।
उदाहरण: आईपीएल 2024 में हार्दिक पंड्या को इसी नियम के तहत एक मैच से निलंबित किया गया था।
आईपीएल 2025: नया नियम
अब तीसरे उल्लंघन पर कप्तान पर सिर्फ ₹30 लाख का जुर्माना लगेगा, निलंबन नहीं होगा। साथ ही प्लेइंग इलेवन और इम्पैक्ट खिलाड़ी पर ₹12 लाख या 50% मैच फीस (जो भी कम हो) का जुर्माना होगा। यह बदलाव खिलाड़ियों की उपलब्धता बनाए रखने और दर्शकों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए किया गया है।
बदलाव क्यों किया गया?
कई फ्रेंचाइज़ियों और फैंस ने शिकायत की थी कि स्टार खिलाड़ियों का निलंबन दर्शकों को निराश करता है। नियमों को थोड़ा लचीला किया गया ताकि सजा मिले, लेकिन टीम का संतुलन न बिगड़े। इससे टीमों को आर्थिक सजा के जरिए सुधार के लिए प्रेरित किया जा सके।
अगर टीम बार-बार ओवर रेट नियम तोड़ती है, तो बीसीसीआई कड़े कदम (जैसे कप्तान की रिपोर्टिंग, उच्च स्तरीय चेतावनी या अगली सीजन में प्रतिबंध) ले सकती है।
ऋषभ पंत की दमदार बल्लेबाज़ी भले ही सुर्खियों में रही हो, लेकिन कप्तान के रूप में बार-बार ओवर रेट की चूक ने उन्हें आर्थिक झटका दिया। साथ ही यह पूरे दल के लिए चेतावनी भी है कि खेल में अनुशासन भी उतना ही जरूरी है जितना प्रदर्शन।