क्रिकेट की दुनिया में शनिवार को एक नया सितारा चमका—महज़ 14 साल के वैभव सूर्यवंशी ने इंग्लैंड के खिलाफ अंडर-19 वनडे में वह कर दिखाया, जो अब तक कोई नहीं कर पाया था। उन्होंने सिर्फ 52 गेंदों में शतक ठोककर अंडर-19 क्रिकेट के इतिहास में सबसे तेज़ शतक का नया रिकॉर्ड कायम कर दिया। इस धमाकेदार प्रदर्शन ने न सिर्फ मैच का रुख पलट दिया, बल्कि उन्हें भारतीय युवा क्रिकेट का सबसे बड़ा भरोसा भी बना दिया।
रिकॉर्डतोड़ बल्लेबाज़ी से इंग्लैंड हिला
वॉर्सेस्टर के न्यू रोड मैदान पर खेले जा रहे पांच मैचों की यूथ वनडे सीरीज़ के चौथे मुकाबले में वैभव सूर्यवंशी ने ऐसा तूफान मचाया कि इंग्लिश गेंदबाज़ पस्त हो गए। उन्होंने अपनी पारी की शुरुआत से ही आक्रामक रुख अपनाया और महज़ 52 गेंदों में 10 चौकों व 7 छक्कों की मदद से शतक पूरा कर लिया। यह अंडर-19 क्रिकेट में अब तक का सबसे तेज़ शतक बन गया है।
ख़बर लिखे जाने तक वैभव 73 गेंदों पर 134 रन बनाकर नाबाद थे और उनकी बल्लेबाज़ी ने दर्शकों और कमेंटेटरों—दोनों को रोमांचित कर दिया।
पिछले मैच में भी दिखा चुके हैं विस्फोट
यह पहली बार नहीं है जब वैभव ने इंग्लिश गेंदबाज़ों की धज्जियां उड़ाई हैं। 2 जुलाई को खेले गए तीसरे मुकाबले में भी उन्होंने सिर्फ 31 गेंदों पर 86 रन कूट डाले थे, जिसमें 9 छक्के और 6 चौके शामिल थे। उनकी पारी की बदौलत भारत ने बारिश से प्रभावित 40 ओवर के मैच में 269 रनों का लक्ष्य महज़ 34.3 ओवर में हासिल कर लिया था।
सीरीज़ में लगातार प्रदर्शन से बने हीरो
वैभव सूर्यवंशी इस सीरीज़ में हर मैच में 40 से अधिक रन बना चुके हैं। उनकी निरंतरता और आक्रामकता ने भारत को सीरीज़ में बढ़त दिलाने में अहम भूमिका निभाई है। मौजूदा समय में वह न केवल टीम के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज़ हैं, बल्कि टीम के आत्मविश्वास का प्रतीक भी बन चुके हैं।
14 साल की उम्र में रचा इतिहास
किसी भी खिलाड़ी के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शन करना बड़ी बात होती है, लेकिन 14 साल की उम्र में यह कर दिखाना अविश्वसनीय है। वैभव सूर्यवंशी की उम्र में जहां अधिकतर खिलाड़ी स्कूल टूर्नामेंट खेल रहे होते हैं, वहां उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय युवा मुकाबले में रिकॉर्ड बना दिया।
क्या है भविष्य की झलक?
वैभव की बल्लेबाज़ी न केवल तकनीकी रूप से सशक्त है, बल्कि उनकी मानसिक दृढ़ता और मैच रीडिंग क्षमता भी असाधारण है। क्रिकेट पंडित मान रहे हैं कि यह बालक आने वाले वर्षों में भारतीय क्रिकेट के लिए बेहद कीमती साबित हो सकता है।
एक तूफान जिसने सबको चौंकाया
वैभव सूर्यवंशी ने अंडर-19 क्रिकेट में वह मुकाम हासिल कर लिया है, जिसे पाने में कई अनुभवी खिलाड़ियों को सालों लग जाते हैं। उनकी पारी केवल आंकड़ों का खेल नहीं, बल्कि जुनून, प्रतिभा और निडरता का प्रतीक है। भारतीय क्रिकेट को एक और चमकता सितारा मिल गया है—और शायद आने वाले समय में यही नाम भारतीय क्रिकेट का भविष्य तय करेगा।