YSR तेलंगाना पार्टी का कांग्रेस में हुआ विलय, शर्मिला के जरिये आंध्र में राजनीतिक जमीन की तैयारी
By: Rajesh Bhagtani Thu, 04 Jan 2024 4:22:58
नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे वाईएसआर रेड्डी की बेटी वाईएस शर्मिला ने कांग्रेस का दामन थाम लिया है। जगन मोहन रेड्डी की बहन शर्मिला को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने पार्टी की सदस्यता दिलाई। पार्टी जॉइन करने के बाद शर्मिला ने कहा, "आज मैं YSR तेलंगाना पार्टी का कांग्रेस पार्टी में विलय करते हुए बहुत खुश हूं। मुझे बहुत खुशी हो रही है कि YRS तेलंगाना पार्टी आज से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का हिस्सा बनने जा रही है। कांग्रेस पार्टी अभी भी हमारे देश की सबसे बड़ी धर्मनिरपेक्ष पार्टी है।"
सियासी जानकारों का मानना है कि आंध्र प्रदेश में कांग्रेस शर्मिला के जरिए अपने लिए राजनीतिक जमीन तैयार करेगी। लेकिन दूसरी ओर विशेषज्ञों का यह भी मानना है कि शर्मिला के लिए अपने लिए जगह तलाश पाना आसान नहीं होगा। क्योंकि वाईएसआर की विरासत पर आंध्र प्रदेश में उनके बेटे जगन मोहन रेड्डी अच्छी तरह से काबिज हो चुके हैं।
शर्मिला ने कुछ साल पहले अपनी अलग पार्टी बनाकर तेलंगाना में अपनी राजनीति की शुरुआत की थी। अपने भाई की तर्ज पर उन्होंने तेलंगाना में पदयात्राएं निकाली ताकि लेकिन इसके बावजूद हाल में हुए तेलंगाना चुनाव में उन्होंने उम्मीदवार नहीं उतारे। यह माना गया है कि उन्होंने परोक्ष रूप से कांग्रेस को समर्थन देने के लिए ऐसा किया। तभी से उनके कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें तेज हो गई थी।
दक्षिण के पांच बड़े राज्यों में से शेष चार में कांग्रेस की स्थिति ठीकठाक है। कर्नाटक, तेलंगाना में सरकार है। केरल में वह अभी विपक्ष में है। तमिलनाडु में गठबंधन में अपनी उपस्थिति बनाकर रखी हुई है। लेकिन आंध्र प्रदेश में उसका न कोई विधायक है और न कोई सांसद। पिछले विधानसभा चुनाव में महज एक फीसदी वोट
विशेषज्ञ यह भी कहते हैं वाईएसआर अविभाजित आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री थे। जगनमोहन रेड्डी आंध्र में उनकी विरासत पर काबिज होने पर सफल रहे। पर तमाम प्रयासों के बावजूद शर्मिला तेलंगाना में ऐसा कोई चमत्कार नहीं दिखा पाई। ऐसे में कांग्रेस उन्हें आंध्र प्रदेश में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी देती है, जैसे कि प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की भी चर्चाएं भी हैं, तो इससे कांग्रेस को तत्काल कितना फायदा होगा, कहना मुश्किल है।
#WATCH दिल्ली: YSR तेलंगाना पार्टी की अध्यक्ष वाई.एस. शर्मिला ने कहा, "आज मैं YSR तेलंगाना पार्टी का कांग्रेस पार्टी में विलय करते हुए बहुत खुश हूं। मुझे बहुत खुशी हो रही है कि YRS तेलंगाना पार्टी आज से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का हिस्सा बनने जा रही है... कांग्रेस पार्टी अभी भी… https://t.co/NbXjBDaOHb pic.twitter.com/maDnvmRMEg
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 4, 2024
जगन मोहन रेड्डी ने की बहन को मनाने की कोशिश
वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने बहन वाईएस शर्मिला को मनाने के लिए अपने चाचा वाईएसआरसीपी के पूर्व सांसद वाईवी सुब्बा रेड्डी को भेजा था लेकिन बातचीत विफल रही। एक सूत्र ने कहा, “शर्मिला ने 31 दिसंबर और 1 जनवरी को हुई बैठकों में वाईएसआरसीपी में शामिल होने से साफ इनकार कर दिया था।”
वाईएस शर्मिला तेलंगाना के मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी की छोटी बहन हैं और अविभाजित आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत वाई एस राजशेखर रेड्डी की बेटी हैं।
2021 में अलग हो गए थे भाई-बहन
वाईएस शर्मिला के तेलंगाना में अपना संगठन बनाने के बाद जुलाई 2021 में भाई-बहन की जोड़ी राजनीतिक रूप से अलग हो गई थी। वाईएसआरसीपी और वाईएसआरटीपी दोनों का गठन वाईएसआर की विरासत को आगे बढ़ाने और वाईएसआर का शासन वापस लाने के घोषित उद्देश्य से किया गया था। ऐसा माना जाता है कि वाईएस शर्मिला राजनीतिक स्थान के लिए तरस रही हैं और जगन रेड्डी ने वाईएसआर की विरासत को हाईजैक कर लिया है।
इस बात का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि वाईएसआर कांग्रेस शर्मिला के कांग्रेस में जाने को ज्यादा तरजीह नहीं दे रही है।