महाराष्ट्र के अहमदनगर में जिलेटिन विस्फोट में तीन मजदूरों की मौत, दो गम्भीर रूप से घायल, हालत नाजुक
By: Rajesh Bhagtani Sun, 16 June 2024 1:56:16
अहमद नगर। एक दुखद घटना में, अहमदनगर जिले के श्रीगोंडा इलाके में कुआं खोदने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली जिलेटिन-स्टिक्स में विस्फोट होने से कम से कम तीन मजदूरों की जान चली गई। यह दुर्घटना सुबह करीब 8 बजे हुई जब खुदाई में इस्तेमाल होने वाली जिलेटिन समय से पहले ही फट गई।
जब कुआं खोदा जा रहा था, तो जिलेटिन की एक छड़ी में विस्फोट हो गया, जिससे तीन श्रमिकों की मौके पर ही मौत हो गई। यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना शनिवार शाम को अहमदनगर जिले के श्रीगोंडा तालुका में हुई। मृत मजदूरों के नाम गणेश वालुंज, नागनाथ गावड़े, सूरज इनामदार हैं। इस घटना में दो घायल हो गये हैं।
घटना के बारे में बात करते हुए स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि कुआं खोदने की प्रक्रिया के लिए जिलेटिन की स्थापना के दौरान विस्फोट हुआ। हालांकि, यह समय से पहले ही फट गया, जिससे तीन श्रमिकों की मौके पर ही मौत हो गई और दो गंभीर रूप से घायल हो गये। घायल श्रमिकों को तत्काल चिकित्सा के लिए नजदीकी अस्पताल ले जाया गया है।
घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना से इलाके में आक्रोश है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, श्रीगोंडा तालुका के तकलिकादेवली में कुएं का काम शनिवार को शुरू हुआ। खुदाई में चट्टानें होने के कारण मजदूरों ने जिलेटिन की छड़ों से ब्लास्टिंग करने का निर्णय लिया।
इसी दौरान मजदूरों ने कुएं में जिलेटिन की छड़ें गाड़ दीं। लेकिन मजदूरों के बाहर निकलने से पहले ही ये छड़ें फट गईं। विस्फोट इतना जोरदार था कि कुएं में मौजूद सभी चार मजदूर बाहर गिर गए। इस घटना में तीन की मौके पर ही मौत हो गई। दोनों गंभीर रूप से घायल हो गये।
इसी बीच जिलेटिन ब्लास्ट की घटना इलाके में हवा की तरह फैल गई। ग्रामीण मौके पर पहुंचे और घायल मजदूरों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया। मजदूरों के शवों को पुलिस ने कब्जे में ले लिया है और देर रात तक इस मामले में केस दर्ज करने का काम चल रहा है।
बताया जा रहा है कि मृतकों में एक बरदगांव का रहने वाला है और बाकी दोनों टाकली गांव के रहने वाले हैं। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना से टाकली गांव में मातम पसर गया है। इस बीच पुलिस को कई सवालों के जवाब ढूंढने होंगे जैसे
जिलेटिन की ये छड़ें कहां से आईं, क्या इसके लिए इजाजत ली गई थी, क्या कुएं में काम करने वाले मजदूरों को ट्रेनिंग दी गई थी।
इस बीच, स्थानीय पुलिस ने जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए घटना की जांच शुरू कर दी है।