सवाई माधोपुर। राजस्थान राज्य के सबसे बड़े रणथंभौर टाइगर रिजर्व से वन्यजीव प्रेमियों का उत्साह बढ़ाने वाला एक समाचार आया है। रणथंभौर के कुंडेरा रेंज में एक बार फिर टाइगर शावकों की किलकारी गूंजी है। रण टाइगर रिजर्व के डीएफओ रामानंद भाकर के मुताबिक रणथंभौर टाईगर रिजर्व की कुंडेरा रेंज में विचरण करने वाली बाघिन RBT-103 ने दो शावकों को जन्म दिया है।
उन्होंने बताया कि बाघिन और इसके दोनों शावकों की तस्वीर कुंडेरा रेंज में लगे वन विभाग के फोटो ट्रैप कैमरा में कैद हुई है। बाघिन के शावकों की उम्र लगभग 3-5 माह के करीब है। बाघिन RBT-103 ने पहली बार शावकों को जन्म दिया है। फिलहाल वन विभाग द्वारा बाघिन एवं दोनों शावकों की सुरक्षा को लेकर फोटो ट्रैप कैमरा के माध्यम से लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। डीएफओ रामानंद भाकर के मुताबिक बाघिन RBT-103 रणथंभौर की बाघिन टी-41 की बेटी है। जिसकी उम्र करीब साढ़े आठ साल है। फिलहाल बाघिन की टेरेटरी रणथम्भौर का कुंडेरा है, जहां बाघिन व उसके दोनों शावकों की फोटो कैमरा ट्रैप में तस्वीर कैद हुई है।
रणथंभौर की बाघिन RBT-103 के शावकों को जन्म की खुशखबरी को राजस्थान के वन मंत्री संजय शर्मा ने भी सोशल साइट X पर शेयर किया है। उन्होंने सोशल साइट X पर लिखा, 'रणथम्भौर से आई खुशखबरी…रणथम्भौर टाइगर रिजर्व की रेंज कुंडेरा में मादा बाघ (RBT-103) दो बाघों के साथ कैमरा में ट्रैप हुई है। बाघिन के दो शावकों के जन्म देने की पुष्टि हुई है। दोनों शावक की उम्र लगभग 3-5 माह है। मादा बाघ RBT-103 ने प्रथम बार शावकों को जन्म दिया है। शावकों की कैमरा ट्रैप द्वारा लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है।' वन मंत्री ने सभी को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।