ओडिशा विधानसभा स्पीकर पद पर निर्विरोध चुनी गई सुरमा पाढ़ी, पहले रह चुकीं सहकारिता राज्य मंत्री
By: Rajesh Bhagtani Thu, 20 June 2024 4:04:19
भुवनेश्वर। हाल ही में ओडिशा में सम्पन्न हुए विधानसभा चुनावों में भाजपा ने पहली बार अकेले दम पर बहुमत हासिल करने के बाद अपनी सरकार बनाई है। इन चुनावों में पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की पार्टी बीजेडी को सत्ता से हाथ धोना पड़ा था। भाजपा ने ओडिशा विधानसभा में एक और सफलता अर्जित की जब उनकी पार्टी की वरिष्ठ नेता सुरमा पाढ़ी को निर्विरोध विधानसभा अध्यक्ष के रूप में चुन लिया गया। नयागढ़ जिले के रानपुर विधानसभा क्षेत्र से दो बार की विधायक पाढ़ी इस पद के लिए अकेली उम्मीदवार थीं। किसी अन्य उम्मीदवार के नहीं होने के कारण पाढ़ी को निर्विरोध चुन लिया गया।
बीजू जनता दल (बीजद) की प्रमिला मलिक के बाद सुरमा पाढ़ी (Surama Padhy) ओडिशा विधानसभा की अध्यक्ष बनने वाली दूसरी महिला हैं.
प्रोटेम स्पीकर आरपी स्वैन ने विधानसभा के विशेष सत्र में पाढ़ी के निर्वाचन की घोषणा की और उन्हें कार्यभार सौंपा। इसके बाद मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी, उपमुख्यमंत्री केवी सिंह देव व प्रवाती परिदा, नेता प्रतिपक्ष नवीन पटनायक और सदन के अन्य सदस्यों ने विधानसभा की नयी अध्यक्ष को बधाई दी।
सुरमा पाढ़ी पहली बार साल 2004 में भाजपा के टिकट पर नयागढ़ जिले की रानपुर सीट से विधायक चुनी गई थीं। वह 2004 से 2009 तक ओडिशा में बीजेडी और बीजेपी गठबंधन की सरकार में सहकारिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) का भी पद संभाल चुकी हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पाढ़ी भाजपा में 1988 में शामिल हुई थीं।
भाजपा ने इस बार ओडिशा विधानसभा में अकेले दम पर बहुमत हासिल करने के बाद
सरकार बनाई है। पार्टी को 147 सीट में से 78 सीट पर जीत मिली है। बीजेडी के
पास 51 विधायक हैं, कांग्रेस के पास 14, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी
(माकपा) के पास एक विधायक है, जबकि तीन विधायक निर्दलीय हैं।