सुनीता विलियम्स की वापसी से पहले जानिए अंतरिक्ष मिशन से जुड़े जानलेवा हादसों के बारें में
By: Sandeep Gupta Tue, 18 Mar 2025 8:12:04
सुनीता विलियम्स, बैरी विल्मोर, निक हेग और अलेक्जेंडर गोरबुनोव, स्पेसएक्स के जरिए अपनी धरती पर वापसी की यात्रा पर निकल चुके हैं। विल्मोर और विलियम्स दोनों ही मूल रूप से बोइंग के स्टारलाइनर की परीक्षण उड़ान का हिस्सा थे और इन दोनों ने अंतरिक्ष में नौ महीने से अधिक समय बिताया। अब, वे अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) से रवाना हो चुके हैं। भारतीय समय के मुताबिक, उनकी यात्रा आज सुबह करीब दस बजे शुरू हुई और माना जा रहा है कि वे कल सुबह साढ़े तीन बजे तक अमेरिका के फ्लोरिडा में पहुंच सकते हैं।
सुनीता विलियम्स की वापसी से पहले, आइये जानते हैं अंतरिक्ष मिशन से जुड़े कुछ जानलेवा हादसों के बारे में, जिनसे अंतरिक्ष यात्री और पूरी दुनिया गहरे शोक में डूब गए। इनमें से सबसे यादगार और दुखद हादसा भारतीय अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला के साथ हुआ था।
कल्पना चावला का हादसा:
यह हादसा भारतीयों को कभी नहीं भूल सकता। 16 जनवरी 2003 को कल्पना चावला ने अपनी उड़ान भरी थी, और 1 फरवरी 2003 को उनका स्पेस शटल पृथ्वी की ओर लौट रहा था। लेकिन, जैसे ही शटल पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश कर रहा था, अचानक एक बड़ा झटका महसूस किया गया। एस्ट्रोनॉट्स को सांस लेने में समस्या आने लगी, और शटल में विस्फोट से पहले ही कल्पना चावला की दर्दनाक मौत हो गई। अमेरिका के टेक्सास में यान के टुकड़े चारों ओर गिरने लगे। यह सब तब हुआ जब शटल के बाएं पंख से फोम का एक टुकड़ा टकरा गया, जिससे एक छेद हो गया और शटल में वायुमंडलीय गैस भरने लगी। सेंसर की खराबी के कारण शटल पूरी तरह नष्ट हो गया। यह हादसा अंतरिक्ष यात्रा के इतिहास का सबसे दर्दनाक और यादगार हादसा था।
अंतरिक्ष मिशन से जुड़े जानलेवा हादसे
अंतरिक्ष यात्रा ने मानवता को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया है, लेकिन इसके साथ ही यह जीवन के लिए जोखिम भी लेकर आई है। कई बार तकनीकी खराबियों और दुर्घटनाओं के कारण अंतरिक्ष यात्रियों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। यहां कुछ प्रमुख अंतरिक्ष हादसों का जिक्र किया गया है:
1. अपोलो 1 – 27 जनवरी 1967, अमेरिका
अंतरिक्ष यात्रा के इतिहास का एक भयानक हादसा अपोलो 1 मिशन के दौरान हुआ। कमांड मॉड्यूल में ट्रेनिंग के दौरान आग लगने से तीन अमेरिकी अंतरिक्ष यात्रियों की मौत हो गई। इस हादसे ने नासा को अंतरिक्ष यात्रा की सुरक्षा व्यवस्था पर पुनर्विचार करने पर मजबूर कर दिया।
2. सोयूज 11 – 30 जून 1971, रूस
सोयूज 11 मिशन में तीन रूसी अंतरिक्ष यात्री अंतरिक्ष स्टेशन से पृथ्वी पर लौट रहे थे, लेकिन यान के धरती पर लौटते वक्त हादसा हो गया। इस दुर्घटना में तीन अंतरिक्ष यात्रियों की मौत हो गई। यह हादसा सोयूज मिशन के इतिहास का सबसे बड़ा हादसा था।
3. चैलेंजर शटल – 18 जनवरी 1986, अमेरिका
अंतरिक्ष शटल चैलेंजर की लॉन्च के महज 73 सेकंड बाद ही वह हवा में फट गया। इस हादसे में 7 अंतरिक्ष यात्रियों की मौत हो गई, जिसमें एक महिला अंतरिक्ष यात्री, क्रिस्टा मैकऑलिफ भी शामिल थीं। यह हादसा पूरी दुनिया के लिए एक बड़ा झटका था और इसके बाद अंतरिक्ष यात्रा की सुरक्षा को और भी सख्त किया गया।
4. कोलंबिया शटल – 1 फरवरी 2003, अमेरिका
कोलंबिया शटल की धरती पर लौटते वक्त वायुमंडलीय गैस के कारण यह पूरी तरह नष्ट हो गया। इस हादसे में कल्पना चावला समेत 7 अंतरिक्ष यात्रियों की मौत हो गई। यह घटना अंतरिक्ष यात्रा के इतिहास की सबसे भयंकर त्रासदियों में से एक मानी जाती है।
5. शेनहोउ 10 – 2013, चीन
शेनहोउ 10 मिशन चीन का मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन था, जो तकनीकी खराबी की वजह से असफल हो गया। हालांकि, इस हादसे में सभी अंतरिक्ष यात्री सुरक्षित रहे और कोई भी हताहत नहीं हुआ, लेकिन यह घटना अंतरिक्ष मिशन की जोखिमों को दर्शाती है।
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