पत्रकारों से बोले शिवराज सिंह चौहान, और मित्रों अब विदा. . . क्या यह उनके संन्यास का संकेत है
By: Rajesh Bhagtani Wed, 13 Dec 2023 3:18:33
भोपाल। मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शपथ ले ली है। इसके साथ ही प्रदेश के सीएम रहे शिवराज सिंह चौहान की विदाई हो गई। शिवराज सिंह चौहान आज सुबह पौधारोपण करने एक पार्क में पहुंचे थे। इस दौरान वहां पर बड़ी संख्या में पत्रकार भी मौजूद थे। शिवराज सिंह चौहान ने पत्रकारों से बात करते हुए मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनने की बधाई दी।
और मित्रों अब विदा- शिवराज
शिवराज सिंह चौहान ने इसके साथ ही एक बड़ा बयान दे दिया, जिससे उनके संन्यास की अटकलें भी लगाई जाने लगी। शिवराज सिंह चौहान ने कहा, “मोहन यादव को शुभकामनाएं। आज प्रधानमंत्री मोदी पधारे हैं, उनका स्वागत है। गृह मंत्री अमित शाह का स्वागत है, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नोएडा का स्वागत है। और मित्रों अब विदा, जस की तस रख दीनी चदरिया।”
शिवराज सिंह चौहान करीब 18 साल तक मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे। मोहन यादव के सीएम बनने के बाद शिवराज सिंह चौहान के भविष्य को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। मंगलवार को शिवराज सिंह चौहान ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी और उनसे पत्रकारों ने पूछा था कि क्या आप दिल्ली जाएंगे?
"Ab vida...," says former MP CM Chouhan just before swearing-in ceremony of newly designated CM
— ANI Digital (@ani_digital) December 13, 2023
Read @ANI Story | https://t.co/UMZRyUQggf#ShivrajSinghChouhan #BJP #MadhyaPradeshElection2023 pic.twitter.com/MF3gmcK9YL
दिल्ली जाकर कुछ मांगने के बजाय मरना पसंद करूंगा
इसके जवाब में उन्होंने कहा था, “मैं बड़ी विनम्रता से एक बात कहना चाहता हूं कि मैं दिल्ली जाकर कुछ मांगने के बजाय मरना पसंद करूंगा। वह मेरा काम नहीं है। मैं दिल्ली नहीं जाऊंगा।” हालांकि शिवराज सिंह चौहान ने बाद में यह भी कहा कि वह पार्टी के हर फैसले का पालन करेंगे और उन्हें जो भी जिम्मेदारी मिलेगी, उसको निभाएंगे।
इसके अलावा शिवराज सिंह चौहान ने भाजपा का धन्यवाद भी किया और कहा कि आज जब मैं सीएम पद छोड़ रहा हूं तब मेरे मन में संतोष और आनंद का भाव है, क्योंकि राज्य में भाजपा को बड़ा बहुमत मिला है। शिवराज सिंह चौहान ने भाजपा की बड़ी जीत का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता और केंद्र और राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं को दिया था। उन्होंने विशेष रूप से लाडली बहना योजना का भी जिक्र किया और कहा की जीत में इसका भी योगदान है।