जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान में स्थित 9 आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किए जाने के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है। एक ओर जहां पूरा देश भारतीय सेना के शौर्य, साहस और रणनीतिक पराक्रम की सराहना कर रहा है, वहीं दूसरी ओर झारखंड की राजधानी रांची से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने देशवासियों को हैरान कर दिया। यहां एक युवक ने सोशल मीडिया पर भारतीय सेना के खिलाफ आपत्तिजनक और देश विरोधी सामग्री साझा की, जिसे देखकर लोग आक्रोशित हो उठे।
रांची निवासी फरहान मलिक नामक युवक ने सोशल मीडिया पर ऐसी तस्वीरें और पोस्ट साझा कीं, जो सीधे-सीधे भारत की संप्रभुता, सेना की गरिमा और राष्ट्रीय सुरक्षा पर सवाल उठाते हैं। फरहान ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर 'गजवा-ए-हिंद' का नारा देते हुए भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने की बात लिखी और आतंकी संगठन ISIS के झंडे वाली तस्वीरें भी साझा कीं। इतना ही नहीं, उसने तालिबान और अल-कायदा जैसे अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठनों की विचारधारा का समर्थन करते हुए पोस्ट की, जिससे पूरे इलाके में हलचल मच गई।
BJP विधायक ने की सख्त कार्रवाई की मांग
यह मामला जब वायरल हुआ, तो बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री सीपी सिंह ने तत्काल संज्ञान लेते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर रांची पुलिस और झारखंड पुलिस को टैग करते हुए सख्त कार्रवाई की मांग की। उन्होंने लिखा, "रांची निवासी फरहान मलिक द्वारा सोशल मीडिया पर साझा की गई तस्वीरें न केवल भड़काऊ हैं, बल्कि भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा और अखंडता पर सीधा हमला है। इस प्रकार की सोच और मानसिकता को कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।"
पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार
बीजेपी विधायक की इस मांग के बाद रांची पुलिस तत्काल हरकत में आई और आरोपी फरहान मलिक को गिरफ़्तार कर लिया। पुलिस ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट के माध्यम से इसकी पुष्टि की। उन्होंने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए आवश्यक कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, और जांच एजेंसियां अब फरहान से उसकी विचारधारा और नेटवर्क के बारे में गहन पूछताछ कर रही हैं।
नफरत भरी विचारधारा को उजागर करता है यह मामला
यह मामला केवल एक युवक की गिरफ्तारी तक सीमित नहीं है, बल्कि यह उस जहरीली सोच को उजागर करता है जो कुछ कट्टरपंथी समूहों और संस्थाओं के जरिए युवाओं के मन में घोली जा रही है। ISIS और अन्य आतंकी संगठनों के प्रति सहानुभूति दिखाना, सेना का अपमान करना और देश को इस्लामिक राष्ट्र बनाने की खुली बात करना न केवल राष्ट्रद्रोह है, बल्कि यह आतंकी मानसिकता का संकेत भी है।
रांची पुलिस अब इस मामले में गहराई से छानबीन कर रही है कि क्या फरहान किसी संगठित नेटवर्क का हिस्सा था या उसके पीछे कोई और साजिश काम कर रही थी। इस बीच, प्रशासन ने सोशल मीडिया पर निगरानी और कड़ी कर दी है, ताकि इस प्रकार की भड़काऊ और देशविरोधी गतिविधियों पर समय रहते अंकुश लगाया जा सके।