गुना के सिटी कोतवाली में बुधवार को एक हैरान करने वाला मामला सामने आया जहां रिटायर्ड ASI ने कोतवाली परिसर में लगे मोबाइल टावर पर फंदा लगा अपनी जान दे दी।सूचना पर कोतवाली TI मदन मोहन मालवीय और CSP आकाश अमलकर मौके पर पहुंच गए। FSL अधिकारी ने मौका मुआयना किया। उनके सामने ही शव नीचे उतारा गया। घटना के बाद ASI के परिवार वालों ने कोतवाली में हंगामा किया। परिवार वालों का आरोप है, पुलिस को उनके पास से डायरी मिली है, लेकिन वह घरवालों को नहीं दिखा रही। वहीं उनका मोबाइल भी जब्त कर लिया है। परिवार वालों का कहना है कि सुसाइड नोट में उन्होंने दो लोगों के नाम लिखे हैं, जो उन्हें प्रताड़ित करते थे।
रमेशचंद शर्मा (62) निवासी फ्रेंड्स कॉलोनी मंगलवार से घर से लापता थे। उनकी बाइक कोतवाली में ही पार्क थी। परिवार वालों ने भी उन्हें ढूंढा, लेकिन नहीं मिले। बुधवार को पता चला कि उन्होंने कोतवाली में फांसी लगा ली। परिवार वालों ने बताया कि वह शाम को घर पर कोतवाली जाने का बोलकर आए थे। पहले वह कैंट थाने गए, उसके बाद कोतवाली आ गए। 30 जुलाई को वह हेड कॉन्स्टेबल पद से प्रमोट होकर ASI बने थे। वहीं, 31 जुलाई को ही रिटायर हो गए। एडिशनल एसपी टीएस बघेल का कहना है कि सेवानिवृत्ति के बाद रमेशचंद शर्मा की विदाई पार्टी भी हुई थी। सूचना के बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवा दिया। परिजनों से भी पूछताछ नहीं हो पाई है। कुछ दस्तावेज मिले हैं। इनकी जांच की जाएगी, इसके बाद कार्रवाई की जाएगी।