राजस्थान के डीग स्थित कामा कस्बे के अगमा मोहल्ले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जिसमें 3 साल की बच्ची सारिका की खौलते दूध के भगोने में गिरने से मौत हो गई। यह घटना उस समय हुई जब बच्ची छत पर खेल रही थी और पास में चूल्हे पर दूध गर्म हो रहा था। घर के सभी लोग अपने कामों में व्यस्त थे, और किसी को भी इस हादसे का अनुमान नहीं था।
सारिका की चीख सुनकर घर वाले तुरंत छत पर पहुंचे और उसे बुरी तरह झुलसा हुआ पाया। बच्ची के शरीर का 50% हिस्सा जल चुका था। परिजनों ने उसे तत्काल कामा स्वास्थ केंद्र में भर्ती कराया, जहां से उसे जिला हॉस्पिटल रेफर किया गया। इसके बाद बच्ची का इलाज जयपुर में चल रहा था, लेकिन इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया।
घटना की वजह
घटना के बारे में सारिका के पिता जितेंद्र सिंह फौजी ने बताया कि उनकी बेटी छत पर खेल रही थी। तभी अचानक पास में मौजूद बिल्ली को देखकर वह घबरा गई और डर के मारे पीछे की ओर भागी। इसी दौरान वह खौलते दूध के भगोने में गिर गई और बुरी तरह झुलस गई। परिजनों का कहना है कि इस हादसे के पीछे की मुख्य वजह बिल्ली का डर था, जिसने बच्ची को भागने के लिए मजबूर कर दिया।
सारिका के पिता की अपील
सारिका के पिता ने इस दुखद घटना के बाद सभी परिजनों से अपील की है कि वे घर में छोटे बच्चों का खास ध्यान रखें, खासकर जब वे गर्म चीजों के आसपास हों। उनका कहना था, "छोटी सी लापरवाही बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती है, जैसा कि हमारी बच्ची के साथ हुआ।" उन्होंने परिवारों से यह भी आग्रह किया कि बच्चों के खेलते समय उनके आस-पास किसी भी प्रकार के गर्म बर्तन या सामग्री न रखें, ताकि इस तरह के हादसे से बचा जा सके।