फ्राइंग पैन में बंदूक की गोलियां भून रहा था पुलिस अधिकारी, तभी हुआ विस्फोट और फिर...
By: Kratika Maheshwari Sat, 22 Mar 2025 5:37:23
कोच्चि सिटी पुलिस के सशस्त्र रिजर्व (एआर) शिविर में 10 मार्च को हुए विस्फोट की जांच अब शुरू कर दी गई है। बताया जा रहा है कि इस घटना में एक पुलिस अधिकारी ने गलती से फ्राइंग पैन में खाली गोलियां गर्म करने की कोशिश की, जिससे यह विस्फोट हुआ। मौके पर एक एलपीजी सिलेंडर भी था, जिससे आग लगने का गंभीर खतरा उत्पन्न हो गया था। हालांकि, गनीमत रही कि कोई बड़ी दुर्घटना नहीं हुई। पुलिस सूत्रों के अनुसार, सशस्त्र रिजर्व शिविर के कमांडेंट ने इस घटना की रिपोर्ट को कोच्चि शहर के पुलिस आयुक्त पुट्टा विमलादित्य को सौंपा, जिसमें गोला-बारूद इकाई के प्रभारी अधिकारी की चूक का खुलासा हुआ है।
विभागीय कार्रवाई जारी है
पुट्टा विमलादित्य ने पीटीआई को बताया कि घटना की रिपोर्ट के निष्कर्षों के आधार पर विभागीय स्तर पर उचित कार्रवाई शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि यह लापरवाही किस स्तर की थी और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कौन से कदम उठाए जा सकते हैं। घटना के समय, एक सब-इंस्पेक्टर (एसआई) एक पुलिस अधिकारी के अंतिम संस्कार में सलामी देने के लिए खाली गोलियों की तैयारी कर रहा था। जब उन्होंने देखा कि शिविर के शस्त्रागार में रखी गोलियां जंग लगी हुई हैं, तो उन्होंने उन्हें सुखाने के लिए रसोई के फ्राइंग पैन में गर्म करने का निर्णय लिया। पुलिस सूत्रों के अनुसार, इन खाली गोलियों में बारूद होता है, लेकिन इनमें प्रक्षेपास्त्र नहीं होते। आमतौर पर, इन गोलियों का उपयोग सम्मानित समारोहों या अंतिम संस्कार की रस्मों में किया जाता है और इन्हें पारंपरिक रूप से सूर्य की रोशनी में सुखाया जाता है। हालांकि, इस मामले में अधिकारी ने गलत तरीका अपनाया और गोलियों को "भूनने" की कोशिश की, जिससे विस्फोट हो गया।
बड़ी दुर्घटना होने से टली
इस घटना में कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ, लेकिन अगर आग लग जाती, तो स्थिति गंभीर हो सकती थी। रसोई में मौजूद एलपीजी सिलेंडर ने विस्फोट के खतरे को और बढ़ा दिया था। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि क्या सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन सही तरीके से किया गया था। इस मामले की गहन जांच की जा रही है और संभावना है कि दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस घटना ने पुलिस विभाग में सुरक्षा मानकों को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं, और आगे के लिए सख्त कदम उठाने की आवश्यकता महसूस की जा रही है।