ऑपरेशन सिंदूर को लेकर अनावश्यक बयानबाजी कर पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचाने वाले बीजेपी नेताओं को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सख्त हिदायत दी है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि पार्टी के नेता अपनी वाणी पर संयम रखें और बिना वजह की टिप्पणियों से बचें। पीएम मोदी ने यह बात राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों की बैठक के दौरान कही, जहां उन्होंने बीजेपी नेताओं को सार्वजनिक रूप से सोच-समझकर बोलने की सलाह दी।
बैठक में 'ऑपरेशन सिंदूर' में भारतीय सशस्त्र बलों के अद्वितीय साहस और पीएम मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया गया। सूत्रों के अनुसार, इस प्रस्ताव को महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने पेश किया। प्रस्ताव में कहा गया कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने भारतीय नागरिकों के आत्मविश्वास को बढ़ाया है और आतंकवादियों व उनके समर्थकों को सख्त संदेश दिया है। साथ ही, इसमें प्रधानमंत्री मोदी की ओर से लगातार सेना के समर्थन और दृढ़ नेतृत्व की भी प्रशंसा की गई। इस बैठक में 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि भी दी गई।
पीएम मोदी को क्यों देनी पड़ी यह सख्त चेतावनी?
हाल ही में हरियाणा और मध्य प्रदेश के कुछ बीजेपी नेताओं ने ऐसे बयान दिए जिनसे पार्टी को आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। हरियाणा के सांसद रामचंद्र जांगड़ा, मध्य प्रदेश के मंत्री विजय शाह और उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा के बयानों को लेकर विवाद खड़ा हो गया। इन बयानों को लेकर कांग्रेस ने प्रधानमंत्री से माफी मांगने की मांग की और आरोप लगाया कि बीजेपी नेतृत्व की चुप्पी, इन टिप्पणियों की मौन स्वीकृति है।
कांग्रेस अध्यक्ष खरगे का तीखा हमला
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भाजपा पर तीखा हमला बोलते हुए कहा, "भाजपा नेताओं में पहलगाम के पीड़ितों और हमारी वीर सेना पर लांछन लगाने की होड़ मची है। राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा का शर्मनाक बयान एक बार फिर आरएसएस-बीजेपी की संकीर्ण मानसिकता को उजागर करता है। मध्य प्रदेश के उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा ने भी सेना का अपमान किया, लेकिन प्रधानमंत्री ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की।"
खरगे ने यह भी कहा, "मध्य प्रदेश के मंत्री विजय शाह ने एक बहादुर कर्नल के बारे में बेहद अपमानजनक टिप्पणी की, फिर भी उन्हें पद से नहीं हटाया गया। यहां तक कि जब शहीद नौसेना अधिकारी की पत्नी को सोशल मीडिया पर ट्रोल किया गया, तब भी प्रधानमंत्री मोदी चुप रहे।"
कांग्रेस प्रमुख ने प्रधानमंत्री से सीधे सवाल करते हुए कहा, "नरेंद्र मोदी जी, आप कहते हैं कि आपकी रगों में सिंदूर है… तो फिर महिलाओं के सम्मान की रक्षा के लिए ऐसे नेताओं को बर्खास्त क्यों नहीं किया जाता?"
जयराम रमेश ने भी साधा निशाना
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने भी बीजेपी पर तीखा हमला करते हुए कहा, "जांगड़ा का यह शर्मनाक बयान दिखाता है कि सत्ता के नशे में चूर बीजेपी अब इतनी असंवेदनशील हो चुकी है कि वह सुरक्षा चूक की जिम्मेदारी लेने के बजाय शहीदों और उनके परिवारों को ही दोषी ठहराने लगी है।"
उन्होंने सवाल उठाया, "प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी नेतृत्व की चुप्पी को इन बयानों की मौन सहमति क्यों न माना जाए?" साथ ही उन्होंने मांग की, "प्रधानमंत्री मोदी को इस शर्मनाक बयान के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए और सांसद रामचंद्र जांगड़ा को पार्टी से निष्कासित करना चाहिए।"