22 अप्रैल 2025 को, आतंकवादियों ने पहलगाम में 26 लोगों की हत्या कर दी, जिससे भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। इस बीच, पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने एक बयान में स्वीकार किया कि पाकिस्तान पिछले तीन दशकों से आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है। ब्रिटिश मीडिया स्काई न्यूज की पत्रकार यलदा हकीम के साथ हुई बातचीत में उनसे पूछा गया, "क्या आप स्वीकार करते हैं कि पाकिस्तान का आतंकवादी संगठनों को समर्थन देने, प्रशिक्षण देने और फंडिंग करने का लंबा इतिहास रहा है?" जवाब में आसिफ ने सनसनीखेज स्वीकारोक्ति करते हुए कहा, "हां, हम पिछले तीन दशकों से अमेरिका और पश्चिमी देशों के लिए यह गंदा काम करते आ रहे हैं, जिसमें ब्रिटेन भी शामिल है।"
उनके इस बयान से भारत के रुख को मजबूती मिली है। भारत वैश्विक मंच पर लगातार यह कहता आया है कि पाकिस्तान की सरकार आतंकवाद का समर्थन करती है, जबकि पाकिस्तान ने अपनी आतंकवाद नीति का ठीकरा अमेरिका पर फोड़ दिया है। आसिफ ने कहा, "हमने तीन दशकों तक अमेरिका और पश्चिमी देशों के लिए आतंकवादी संगठनों का समर्थन किया क्योंकि यह उनकी रणनीति का हिस्सा था।" उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान को इसके लिए दोषी ठहराना गलत है, क्योंकि पाकिस्तान पश्चिमी देशों के निर्देशों पर काम कर रहा था।
पाकिस्तानी नागरिकों का गुस्सा हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि इसके लिए पाकिस्तान को अरबों डॉलर मिले थे, जिनकी मदद से पाकिस्तान के नेताओं और जनरलों ने अपनी संपत्ति बनाई। उनके बयान के बाद पाकिस्तानी नागरिक भी नाराज नजर आए। एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक यूजर ने लिखा, "यह जोकर ख्वाजा आसिफ अंतरराष्ट्रीय मीडिया पर भारत की तरफ से यह कबूल कर रहा है कि 'हमने 30 साल से गंदा काम किया है', क्या वह भारत का पक्ष ले रहे हैं या पाकिस्तान के रक्षा मंत्री बनकर पाकिस्तान का बचाव कर रहे हैं? पाकिस्तान के लिए यह कितना शर्मनाक बयान है!"
Is this clown @KhawajaMAsif appearing on international media on behalf of India to plead guilty of ‘doing dirty work for 3 decades’ or is he there to act as Defence Minister of Pak to fight Pakistan’s case?
— Barrister Osman Kh@n #804 (@Osman303) April 24, 2025
What a shameful statement at such a crucial moment for Pak!! https://t.co/uEYbB2K31C
लश्कर पाकिस्तान में नहीं है, दावा आसिफ का पहलगाम में हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी "द रेजिस्टेंस फ्रंट" नामक संगठन ने ली है, जो लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा हुआ है। 26/11 मुंबई आतंकी हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद लश्कर का प्रमुख है और वह अभी भी पाकिस्तान में रह रहा है। लेकिन ख्वाजा आसिफ ने बेधड़क होकर यह कहा कि लश्कर पाकिस्तान में नहीं है। उन्होंने दावा किया कि "द रेजिस्टेंस फ्रंट" एक नया संगठन है, जिसका कभी नाम तक नहीं सुना गया था। एंकर द्वारा याद दिलाने पर कि यह संगठन लश्कर का एक हिस्सा है, आसिफ ने झूठ बोलते हुए कहा, "लश्कर एक पुराना नाम है। इसका कोई अस्तित्व नहीं है।"
आसिफ के इस बयान से पाकिस्तान की स्थिति और भी जटिल हो गई है, खासकर जब अंतरराष्ट्रीय समुदाय पाकिस्तान के आतंकवाद के समर्थन पर लगातार सवाल उठा रहा है।