राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) के प्रमुख शरद पवार ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ उठाए जा रहे कड़े कदमों को लेकर केंद्र को सावधानी बरतने की सलाह दी और आगाह किया कि पाकिस्तान इन कदमों का जवाब जरूर देगा। सिंधुदुर्ग में एक कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से बात करते हुए पवार ने कहा, “आज हम कुछ निर्णय लेते हैं, लेकिन कल पाकिस्तान भी उसका जवाब देगा... मुझे नहीं लगता कि पाकिस्तान शांत बैठेगा।”
पाकिस्तान के खिलाफ केंद्र सरकार के कड़े कदम
गौरतलब है कि कश्मीर के पर्यटन स्थल पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की मौत हो गई थी। इस हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं। इनमें सिंधु जल संधि को निलंबित करना, राजनयिक संबंधों को और अधिक सीमित करना, और पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द करना शामिल है। इसके अतिरिक्त, दोनों देशों के बीच एकमात्र जमीनी संपर्क वाघा-अटारी बॉर्डर को भी बंद कर दिया गया है। भारत ने पाकिस्तान में कार्यरत 55 राजनयिकों की संख्या घटाकर 30 कर दी है। जवाब में पाकिस्तान ने भी भारत के साथ सभी द्विपक्षीय व्यापारिक संबंध खत्म कर दिए हैं, भारतीय विमानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया है और शिमला समझौते को स्थगित करने की धमकी दी है। पाकिस्तान ने भारत पर सीमा पार आतंकी हमले के आरोपों को भी खारिज किया है।
हवाई यात्रा पर पड़ेगा बड़ा असर- शरद पवार
शरद पवार ने पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र के महत्व पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “यूरोप जाने वाली लगभग सभी उड़ानें पाकिस्तान के ऊपर से होकर जाती हैं। यदि यह रास्ता बंद हो जाता है तो हवाई यात्रा काफी महंगी हो जाएगी।” विशेषज्ञों के मुताबिक, पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र के बंद होने से पश्चिम एशिया, कॉकस, यूरोप, ब्रिटेन और उत्तरी अमेरिका जाने वाली उड़ानों पर व्यापक असर पड़ेगा। इससे न सिर्फ उड़ान का समय बढ़ेगा बल्कि ईंधन की खपत भी अधिक होगी, जिससे टिकटों के दाम भी बढ़ सकते हैं। पवार ने 2019 के पुलवामा हमले के बाद के हालात की याद दिलाई, जब पाकिस्तान ने लगभग चार महीने तक अपना हवाई क्षेत्र बंद रखा था, जिससे भारतीय एयरलाइनों को करीब 700 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था।
सुरक्षा व्यवस्था में भारी चूक- पवार
आतंकी हमले की पृष्ठभूमि में शरद पवार ने केंद्र सरकार की नीति पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “सरकार कहती है कि कश्मीर में आतंकवाद समाप्त हो गया है, लेकिन यह घटना स्पष्ट रूप से बताती है कि सुरक्षा व्यवस्था में भारी चूक हुई है।” इस हमले ने भारत और पाकिस्तान के बीच एक बार फिर से तनाव बढ़ा दिया है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि दोनों देश आगे किस तरह की रणनीति अपनाते हैं और क्या कोई कूटनीतिक समाधान निकल कर आता है या नहीं।
धर्म पूछकर की गई हत्या? पवार ने जताई अनभिज्ञता
शरद पवार ने शुक्रवार को कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि आतंकवादियों ने पहलगाम में हमला करने से पहले पर्यटकों का धर्म पूछा था। दक्षिण कश्मीर में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में बचे कई लोगों ने दावा किया है कि आतंकियों ने हिंदू यात्रियों को निशाना बनाया। इस बारे में पूछे जाने पर पवार ने कहा, “मुझे नहीं पता कि सच्चाई क्या है... महिलाओं को नुकसान नहीं पहुंचाया गया, लेकिन पुरुषों की हत्या कर दी गई।” पवार के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, “मुझे नहीं पता कि पवार ने क्या कहा है, लेकिन मैंने पीड़ित परिवारों और प्रत्यक्षदर्शियों की बातें सुनी हैं। पवार साहब को भी उनकी बात सुननी चाहिए।” गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकी हमले में आतंकियों ने अंधाधुंध गोलीबारी कर 26 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे, और कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए थे।