नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली शुक्रवार सुबह फिर एक बार प्रदूषण की चादर में लिपटी नजर आई। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के मुताबिक, सुबह 7 बजे दिल्ली का समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 301 दर्ज किया गया, जो 'बहुत खराब' श्रेणी में आता है। राजधानी के अधिकांश निगरानी केंद्रों पर भी AQI 'बहुत खराब' श्रेणी में ही दर्ज हुआ। आनंद विहार में AQI 352, अशोक विहार में 322 और अया नगर में 333 रहा।
बोर्ड के मानकों के अनुसार, AQI शून्य से 50 तक 'अच्छा', 51 से 100 'संतोषजनक', 101 से 200 'मध्यम', 201 से 300 'खराब', 301 से 400 'बहुत खराब' और 401 से 500 तक 'गंभीर' माना जाता है।
गुरुवार रात राजधानी में आए तेज धूल भरे तूफान ने प्रदूषण में भारी इजाफा कर दिया। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बताया कि राजस्थान की ओर से आए इन धूल भरे झोंकों की रफ्तार 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा रही, जिससे दृश्यता घटकर 1,200 मीटर तक पहुंच गई। यह हवा रात 10 बजे से 11:30 बजे के बीच पालम और आसपास के इलाकों में चली, जिसने पूरे क्षेत्र में धूल फैला दी।
IMD के अनुसार, उत्तर-पश्चिम भारत में बने एक बड़े उत्तर-दक्षिण वायुदाब अंतर के चलते ये सतही हवाएं उठीं, जो पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और उत्तरी राजस्थान के बड़े हिस्सों को प्रभावित करती रहीं। इस बदलाव के कारण राजधानी में मई महीने में वायु गुणवत्ता में असामान्य गिरावट देखी गई।
राजनीतिक मोर्चे पर भी इस मुद्दे को लेकर टकराव शुरू हो गया है। आम आदमी पार्टी ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि "साफ हवा" देने के चुनावी वादे महज तीन महीने में दम तोड़ते नजर आ रहे हैं।
मौसम विभाग के मुताबिक, शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 26.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 0.3 डिग्री कम है। शुक्रवार और शनिवार को बारिश के साथ गरज-चमक की संभावना जताई गई है, जबकि अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस तक रहने की संभावना है। सुबह 8:30 बजे सापेक्षिक आर्द्रता 44 प्रतिशत रही।
गर्मी में AQI क्यों बढ़ रहा है?
विशेषज्ञों का कहना है कि गर्मियों में हवा सूखी होती है और धूल आसानी से वातावरण में फैल जाती है। जब हवा की गति तेज होती है, तो सतह की धूल ऊपर उठती है और वायुमंडल में महीन कणों के रूप में मिल जाती है। यही कारण है कि बिना पराली जलाए भी गर्मियों में AQI तेजी से बिगड़ता है, खासकर जब हवा राजस्थान या अन्य रेगिस्तानी इलाकों से आती है।