जयपुर। नेशनल हेराल्ड केस में ईडी के ऐक्शन के खिलाफ कांग्रेस पार्टी ने आज जयपुर समेत पूरे राजस्थान में जोरदार प्रदर्शन का ऐलान किया है। कांग्रेस कार्यकर्ता दोपहर 12 बजे जयपुर स्थित ईडी कार्यालय के बाहर तथा राज्य के प्रत्येक जिले में केंद्र सरकार के कार्यालयों के सामने एकजुट होकर विरोध जताएंगे।
नेशनल हेराल्ड और कांग्रेस की संपत्तियों को जब्त करने के मामले में कांग्रेस आज जयपुर सहित देशभर में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के खिलाफ सड़कों पर उतरेगी। राजधानी जयपुर सहित प्रदेश के सभी जिलों में कांग्रेस कार्यकर्ता ईडी कार्यालयों के बाहर धरना देकर विरोध दर्ज कराएंगे। एक ओर जहां दिल्ली में कांग्रेस की संपत्तियों पर ईडी की कार्रवाई जारी है, वहीं जयपुर में पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के आवास पर भी ईडी की रेड की गई थी। इस पूरे मामले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कार्यकर्ताओं से बड़ी संख्या में विरोध प्रदर्शन में शामिल होने की अपील की है।
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ईडी की इस कार्रवाई को लोकतंत्र पर हमला करार देते हुए तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, "यह महज कानूनी प्रक्रिया नहीं है, बल्कि यह राज्य प्रायोजित दमन है। नेशनल हेराल्ड की संपत्ति जब्त करना और आरोपपत्र दाखिल करना सत्ता के दुरुपयोग का गंभीर उदाहरण है।"
अशोक गहलोक ने की अपील
गहलोत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, "आप सभी से मेरा आग्रह है कि हम सब 16 अप्रैल, दोपहर 12 बजे, जयपुर में प्रवर्तन निदेशालय कार्यालय के सामने एवं हर जिले में केंद्र सरकार के कार्यालय के सामने एकजुट होकर विरोध करें। यह विरोध हमारी नेता सोनिया गांधी और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के खिलाफ नेशनल हेराल्ड मामले में किए जा रहे अन्याय के विरुद्ध है।"
गहलोत ने लिखा, "मुझे विश्वास है कि लोकतंत्र में विश्वास रखने वाले सभी नागरिकों का नैतिक समर्थन हमें मिलेगा। नेशनल हेराल्ड की संपत्तियों को मनमाने और अन्यायपूर्ण तरीके से जब्त करना और हमारे नेताओं के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल करना केवल कानूनी कार्रवाई नहीं बल्कि एक राज्य प्रायोजित अपराध है।"
उन्होंने आगे कहा, "यह भारत सरकार द्वारा सत्ता का भयावह दुरुपयोग है, जो लोकतांत्रिक विपक्ष पर सीधा हमला है. यह राजनीतिक धमकी का असंवैधानिक प्रयास है और बदले की राजनीति के अलावा कुछ नहीं। कांग्रेस नेतृत्व और कार्यकर्ता इस अन्याय के खिलाफ कभी चुप नहीं रहेंगे। हमने पहले भी भारत की आत्मा के लिए लड़ाई लड़ी है और हम फिर से लड़ेंगे। सत्य, न्याय और संवैधानिक लोकतंत्र के मूल्य हमारे लिए अपरिहार्य हैं। 'सत्यमेव जयते' सिर्फ एक नारा नहीं, बल्कि एक दृढ़ विश्वास है।"
नेशनल हेराल्ड मामले को लेकर राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है। कांग्रेस इसे केंद्र सरकार की "दमनकारी नीति" बता रही है, वहीं सत्तापक्ष इसे कानून सम्मत कार्रवाई करार दे रहा है। ऐसे में आज के प्रदर्शनों पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं।