जालंधर। नॉर्थ अमेरिकन पंजाबी एसोसिएशन ने मानव तस्करी पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि सरकार को युवाओं को अवैध और खतरनाक रास्तों से विदेश जाने से रोकने के लिए तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए।
यह प्रतिक्रिया पिछले सप्ताह अमेरिका से निर्वासित किए गए कई भारतीयों द्वारा यह आरोप लगाए जाने के बाद आई है कि उन्हें बेईमान ट्रैवल एजेंटों द्वारा उनकी पूर्व जानकारी के बिना और भारी रकम वसूलने के बाद खतरनाक 'डंकी' मार्गों से अमेरिकी सीमा तक ले जाया गया।
नॉर्थ अमेरिकन पंजाबी एसोसिएशन (एनएपीए) के कार्यकारी निदेशक सतनाम सिंह चहल ने शनिवार को आरोप लगाया कि बार-बार चेतावनी और कई दुखद घटनाओं के बावजूद सरकार अवैध प्रवास को रोकने के लिए प्रभावी उपायों को लागू करने में विफल रही है।
चहल ने कहा, "सरकार को प्रवर्तन को मजबूत करने, जागरूकता बढ़ाने और इस संकट को समाप्त करने के लिए अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के साथ मिलकर काम करने के लिए तत्काल कदम उठाने चाहिए।" एनएपीए ने पंजाब सरकार से युवा पंजाबियों के जीवन की रक्षा करने और युवाओं को अवैध रूप से विदेश भेजने वालों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करने का आग्रह किया।
उल्लेखनीय है कि अमेरिका से 119 अवैध अप्रवासियों को लेकर एक विमान शनिवार को अमृतसर हवाई अड्डे पर उतरेगा। यह अवैध अप्रवासियों पर कार्रवाई के अपने वादे के तहत डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन द्वारा निर्वासित किया जाने वाला भारतीयों का दूसरा जत्था है।
इनमें से 67 पंजाब से, 33 हरियाणा से, आठ गुजरात से, तीन उत्तर प्रदेश से, दो-दो गोवा, महाराष्ट्र और राजस्थान से तथा एक-एक हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर से हैं।
5 फरवरी को, 104 अवैध भारतीय अप्रवासियों को लेकर एक अमेरिकी सैन्य विमान अमृतसर हवाई अड्डे पर उतरा। इनमें से 33-33 हरियाणा और गुजरात से तथा 30 पंजाब से थे।