उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में एक युवक को बंदर की जान बचाने का प्रयास महंगा पड़ गया, और इस दौरान उसने अपनी जान गंवा दी। यह घटना गोवर्धन क्षेत्र के आन्यौर परिक्रमण मार्ग पर घटी, जहां एक ई-रिक्शा चालक ने अपनी जान की परवाह किए बिना एक बंदर को बचाने की कोशिश की, लेकिन दुर्भाग्यवश युवक की जान चली गई और बंदर भी नहीं बच पाया।
घटना के अनुसार, जब युवक एक अस्थायी स्टैंड पर खड़ा था, उसने देखा कि एक बंदर ट्रांसफार्मर की चपेट में आ गया है। युवक ने तुरंत बंदर को बचाने की कोशिश की और उसे लकड़ी से ट्रांसफार्मर से बाहर निकालने की कोशिश की। इसी दौरान वह अचानक हाई-टेंशन लाइन की चपेट में आ गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
इस घटना को देखकर आसपास के लोग इकट्ठा हो गए और विद्युत विभाग को सूचना दी गई। बाद में बिजली की आपूर्ति बंद कराई गई और बड़ी मुश्किल से युवक को ट्रांसफार्मर से बाहर निकाला गया, लेकिन तब तक उसकी मृत्यु हो चुकी थी।
मृतक युवक के परिजन जब शव की जानकारी पाने पहुंचे, तो उन्होंने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने का विरोध किया। इस पर तीन घंटे तक हंगामा हुआ। पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद परिजनों को समझाया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। इस घटना के बाद मृतक के परिवार ने विद्युत विभाग के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
मृतक की मां ने आरोप लगाया कि जहां ट्रांसफार्मर स्थित था, वहां कोई सुरक्षा इंतजाम नहीं थे। उन्होंने कहा कि अगर उस जगह पर रेलिंग होती तो उनके बेटे की जान बच सकती थी। इस घटना ने सुरक्षा मानकों की कड़ी जरूरत को उजागर किया है, खासकर ऐसे इलाकों में जहां ट्रांसफार्मर और अन्य खतरनाक उपकरण खुले स्थानों पर होते हैं।