हरियाणा के राजनीतिक घटनाक्रम ने फिर चौंकाया, पूर्व CM खट्टर ने विधानसभा सदस्यता से दिया इस्तीफा
By: Rajesh Bhagtani Wed, 13 Mar 2024 3:52:54
चंडीगढ़। हरियाणा में सत्ता परिवर्तन के बाद भाजपा ने आज विधानसभा में नायाब सिंह सैनी के विश्वास मत हासिल करने के बाद एक बार फिर से चौंकाया। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने नायाब सिंह सैनी के विश्वास मत हासिल करते ही विधानसभा में अपनी विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। खट्टर 2014 से करनाल का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। उन्होंने 2019 के हरियाणा विधानसभा चुनावों में अपनी सीट बरकरार रखी। अपने इस्तीफे के बाद उन्होंने कहा भाजपा उन्हें जो भी जिम्मेदारी देगी, वह उसे समर्पण भाव से निभाएंगे।
सूत्रों का कहना है कि अब करनाल विधानसभा क्षेत्र से मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को उप चुनाव लड़ाए जाने की संभावना है। वहीं दूसरी कहा जा रहा है कि भाजपा मनोहर लाल खट्टर को लोकसभा का चुनाव लड़ाने पर विचार कर रही है।
उल्लेखनीय है कि द्वारका एक्सप्रेस वे के उद्घाटन कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की जमकर तारीफ की थी। लेकिन, अगले दिन ही उन्हें हटाकर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री बना दिया गया। सूत्रों की मानें तो गृहमंत्री अनिल विज की नाराजगी का कारण यह था कि अंतिम समय तक उन्हें नायब सिंह सैनी को लेकर अंधेरे में रखा गया।
विधायक दल की बैठक में उनसे नायब सिंह सैनी के नाम का प्रस्ताव करने को कहा गया। विज ने लोकतांत्रिक प्रणाली का समर्थन करते हुए विधायकों को खुद अपना नेता चुनने की आजादी दिए जाने की बात रखी। लेकिन, पार्टी हाईकमान का निर्देश बताकर उनकी बात को अनसुना कर दिया गया। इसलिए विज मीटिंग से बाहर आ गए और मंत्री बनने से भी इंकार कर दिया।
इससे पहले मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बुधवार को विधानसभा में विश्वास मत हासिल किया। उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि सदन के नेता के तौर पर मैं अपना पहला वक्तव्य दे रहा हूं। मैं पहले भी सदन का सदस्य रहा हूं। वर्ष 2014 से 2019 के बीच सदन का सदस्य था। इसी सदन से मुझे लोकसभा चुनाव लड़ने का निर्देश मिला था। अब मुझे पार्टी ने कहा कि एक बार फिर सदन में जाकर जिम्मेदारी लो तो मैं यहां आ गया।
उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मैं बहुत कुछ सीखा है। मैं एक साधारण परिवार से संबंध रखता हूं। परिवार की किसी सदस्य ने कोई चुनाव नहीं लड़ा। मैं भारतीय जनता पार्टी का एक छोटा सा कार्यकर्ता हूं। छोटे से कार्यकर्ता की तौर पर विभिन्न पदों पर रहते हुए पार्टी अध्यक्ष से मुख्यमंत्री बना दिया है। ऐसा सिर्फ भारतीय जनता पार्टी में ही होता है।