कोरोना संकट के कारण कुंभ मेले को अब प्रतीकात्मक ही रखा जाए: पीएम मोदी

By: Pinki Sat, 17 Apr 2021 11:15:08

कोरोना संकट के कारण कुंभ मेले को अब प्रतीकात्मक ही रखा जाए: पीएम मोदी

कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी से फोन पर बातचीत की। इस दौरान पीएम मोदी ने साधु-संतों से अपील की कि अब कुंभ को प्रतीकात्मक रखा जाए। हरिद्वार में आयोजित कुंभ मेले के दौरान कई अखाड़ों के साधु-संतों के संक्रमित होने की पुष्टि हो चुकी है।

मोदी ने सोशल मीडिया पर लिखा, 'आचार्य महामंडलेश्वर पूज्य स्वामी अवधेशानंद गिरि जी से आज फोन पर बात की। सभी संतों के स्वास्थ्य का हाल जाना। सभी संतगण प्रशासन को हर प्रकार का सहयोग कर रहे हैं। मैंने इसके लिए संत जगत का आभार व्यक्त किया। मैंने प्रार्थना की है कि दो शाही स्नान हो चुके हैं और अब कुंभ को कोरोना के संकट के चलते प्रतीकात्मक ही रखा जाए। इससे इस संकट से लड़ाई को एक ताकत मिलेगी।'

स्वामी अवधेशानंद ने भी की अपील

पीएम मोदी की अपील के बाद स्वामी अवधेशानंद गिरि ने ट्वीट किया, 'माननीय प्रधानमंत्री जी के आह्वान का हम सम्मान करते हैं! जीवन की रक्षा महत पुण्य है।मेरा धर्म परायण जनता से आग्रह है कि कोविड की परिस्थितियों को देखते हुए भारी संख्या में स्नान के लिए न आएं एवं नियमों का निर्वहन करें!'

अब तक 70 से ज्यादा साधु संक्रमित

कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए निरंजनी अखाड़े ने 15 दिन पहले ही कुंभ मेला खत्म करने का ऐलान कर दिया था। इस अखाड़े के 17 साधु-संत संक्रमित हो चुके हैं। अखाड़े के सचिव रविंद्र पुरी खुद संक्रमित हैं। अब तक कुंभ मेले में शामिल होने वाले करीब 70 से ज्यादा साधु-संत कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। बड़ी संख्या में संतों की टेस्टिंग हो रही है। दो दिन पहले ही अखिल भारतीय श्री पंच निर्वाणी अखाड़े के महामंडलेश्वर कपिल देवदास (65) की मौत भी हो चुकी है।

निरंजनी अखाड़े द्वारा हरिद्वार महाकुंभ के 17 अप्रैल से समापन की घोषणा किए जाने के बाद अन्य अखाड़े इसके विरोध में उतर आए हैं और इस पर माफी मांगने को कहा है। निर्वाणी अणि अखाडा के अध्यक्ष महंत धर्मदास ने कहा कि कुंभ मेले की समाप्ति की घोषणा का अधिकार केवल मेला अधिकारी या राज्य के मुख्यमंत्री को है। उन्होंने कहा कि निरंजनी अखाड़े ने बिना किसी सहमति के ऐसा कहकर समाज में अफरातफरी मचाने का अक्षम्य अपराध किया है और ऐसे में उसके साथ रहना मुश्किल है।

महंत धर्मदास ने कहा कि निरंजनी अखाड़े को अपने ऐसे बयान के लिए पूरे अखाड़ा परिषद के सामने माफी मांगनी चाहिए और तभी उसके साथ आगे बने रहने पर विचार किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि उसका यह फैसला ठीक नहीं है क्योंकि कुंभ के बारे में कोई भी फैसला सभी 13 अखाड़े मिलकर लेते हैं।

बड़ा उदासीन अखाड़े ने भी साफ किया कि वह जल्द महाकुंभ मेला समाप्त करने के पक्ष में नहीं है। अखाड़े के अध्यक्ष महंत महेश्वर दास ने कहा कि बिना अखाड़ा परिषद की बैठक के महाकुंभ मेला समाप्त करने के बारे में कोई फैसला नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि कुंभ मेले की व्यवस्था विचार-विमर्श से चलती है लेकिन निरंजनी अखाड़े ने इस पर अखाड़ों से कोई बात नहीं की। उन्होंने कहा कि कुंभ मेला मुहूर्त से शुरू होता है और मुहूर्त से ही समाप्त होता है। उन्होंने कहा कि परंपरा और मर्यादा के साथ कुंभ मेले को पूरी अवधि तक चलाया जाएगा।

कोरोना फैलने पर आपस में भिड़ने लगे अखाड़े

कुंभ में संक्रमण फैलने को लेकर अब अखाड़े के साधु-संत आपस में ही भिड़ गए हैं। एक-दूसरे पर कोरोना फैलाने को लेकर आरोप लगा रहे हैं। बैरागी अखाड़े ने आरोप लगाया कि कुंभ में संक्रमण संन्यासी अखाड़ों से फैला है।

निर्मोही अखाड़े के अध्यक्ष महंत राजेंद्र दास ने कुंभ में बढ़ते संक्रमण के मामलों के लिए अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि को जिम्मेदार ठहराया है। हरिद्वार में कुंभ मेले का समय 30 अप्रैल तक है। कोरोना के चलते इस साल कुंभ का मेला जनवरी की बजाय 1 अप्रैल से शुरू किया गया था।

उत्तराखंड में कोरोना की रफ्तार 8814% तेज हुई

उत्तराखंड में एक महीने के अंदर कोरोना मरीजों के मिलने की रफ्तार में 8814% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इस ग्रोथ रेट को समझना है तो पहले कुछ आंकड़ों को देखें। 14 फरवरी से 28 फरवरी तक उत्तराखंड में महज 172 लोग संक्रमित पाए गए थे। फिर 1 से 15 अप्रैल के बीच 15 हजार 333 लोग कोरोना की चपेट में आए। 14 फरवरी से 14 अप्रैल के बीच का ग्रोथ रेट 8814% आता है।

बिगड़ते हालात का अंदाजा यहां हर दिन मिलने वाले मरीजों की संख्या से भी लगा सकते हैं। फरवरी तक यहां हर दिन केवल 30 से 60 के बीच लोग संक्रमित मिलते थे। अब ये संख्या बढ़कर 2,000 से 2,500 हो गई है। आंकड़ों यर गौर करें तो लगता है कि ये तो अभी शुरुआत है। आने वाले दिनों में स्थितियां और भी भयावह हो सकती है। पिछले 24 घंटे में उत्तराखंड में 2402 लोग संक्रमित मिले हैं। इनमें 539 मरीज हरिद्वार से हैं।

देश में मिले 2.33 लाख मरीज

आपको बता दे, देश के हालात काफी बिगड़ चुके हैं। कोरोना वायरस ने पूरे देश को अपनी चपेट में ले लिया है। हर राज्य, हर शहर में पहले के मुकाबले कहीं ज्यादा लोग संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं। शुक्रवार को पहली बार ऐसा हुआ जब एक दिन के अंदर रिकॉर्ड 2 लाख 33 हजार 757 लोग संक्रमित पाए गए। इस दौरान 1 लाख 22 हजार 839 मरीज रिकवर भी हुए। पूरे देश में अब तक 1.45 करोड़ लोग संक्रमित हो चुके हैं। शुक्रवार को 1 लाख 61 हजार 422 यानी 69.05% नए मरीज केवल 7 राज्यों में बढ़े। इनमें सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में 63,729, उत्तर प्रदेश में 27,360, देश की राजधानी दिल्ली में 19,486, कर्नाटक में 14,859, छत्तीसगढ़ में 14,912, मध्य प्रदेश में 11,045 और केरल में 10,031 लोग संक्रमित पाए गए। इन्हीं राज्यों में सबसे ज्यादा 939 यानी 70.17% मौतें भी दर्ज की गई हैं।

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