ओडिशा में भगवान श्री जगन्नाथ से जुड़ा एक विवाद गहरा गया है, जब एक विदेशी महिला ने अपनी जांघ पर भगवान जगन्नाथ का टैटू बनवाया। इसके बाद स्थानीय लोगों और भक्तों ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। मामला उस वक्त सामने आया जब महिला ने भगवान जगन्नाथ की छवि को अपनी जांघ पर गुदवाया और सोशल मीडिया पर तस्वीरें शेयर कीं।
धार्मिक संगठनों और भक्तों ने इस पर तीखी आपत्ति जताई, क्योंकि भगवान जगन्नाथ ओडिशा के आराध्य देवता माने जाते हैं और उनकी छवि को शरीर के कम सम्मानजनक हिस्से पर गुदवाना धार्मिक आस्था का अपमान माना गया है। इस मामले को लेकर हिंदू सेना ने भुवनेश्वर के शहीद नगर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई और इसे धार्मिक आस्था का उल्लंघन करार दिया, साथ ही उन्होंने जांच की मांग की।
भावनाओं के साथ खिलवाड़ का आरोप
विरोध प्रदर्शन कर रहे हिंदू सेना के एक सदस्य ने कहा, "भगवान जगन्नाथ हमारे आराध्य देवता हैं, हमारे प्रेम हैं। रॉकी टैटू ने जिस तरीके से ओडिशा के 4.5 करोड़ लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया है, हम उसकी कड़ी निंदा करते हैं। हम मांग करते हैं कि टैटू को तुरंत हटाया जाए और रॉकी भगवान श्री जगन्नाथ के धाम जाकर उनसे माफी मांगे।" उन्होंने जांघ पर टैटू कराने की कड़ी आलोचना की और माफी की अपील की।
महिला ने वीडियो के जरिए मांगी माफी, मामला अब शांत होता दिख रहा है
इस विवाद को लेकर सोशल मीडिया पर भी बड़ी बहस देखने को मिल रही है। नेटिज़न्स और धार्मिक संगठनों ने इस घटना पर अपनी नाराजगी जताई है और मांग की है कि धार्मिक प्रतीकों के प्रति अधिक संवेदनशीलता बरती जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। जैसे ही यह मामला बढ़ा, विदेशी महिला ने अपनी गलती स्वीकार की और सार्वजनिक रूप से माफी मांगी।
महिला ने एक वीडियो जारी किया, जिसमें उन्होंने अपनी गलती को स्वीकार किया और ओडिशा के लोगों से माफी मांगी। इसके अलावा, उन्होंने देशभर के लोगों से भी अपनी माफी प्रकट की। महिला द्वारा माफी मांगने के बाद मामला धीरे-धीरे शांत होता जा रहा है और अब स्थिति नियंत्रण में दिखाई दे रही है।