प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में एक बार फिर आग लग गई है। यह आग महाकुंभ के सेक्टर 19 में कल्पवासियों द्वारा खाली किए गए टेंटों में लगी है। आग ने कई टेंटों को अपनी चपेट में ले लिया है। राहत की बात यह रही कि घटना में किसी भी तरह की जनहानि की सूचना नहीं है। महाकुंभ में अभी भी श्रद्धालुओं का आना जारी है।
वीकेंड के चलते लाखों लोग महाकुंभ में पहुंचे हैं, और सुबह से ही बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने गंगा में स्नान किया है। वीकेंड में बढ़ी हुई भीड़ को देखते हुए महाकुंभ को नो व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया है। प्रयागराज की सभी सीमाओं पर बाहर से आने वाली वाहनों को रोक दिया गया है।
डीआईजी महाकुंभ वैभव कृष्ण ने आग पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि आग पूरी तरह से नियंत्रण में है। सेक्टर 19 में कल्पवासियों द्वारा खाली किए गए कुछ पुराने टेंटों में आग लगी थी। उन्होंने यह भी कहा कि इस घटना में किसी की जान का नुकसान या कोई घायल नहीं हुआ है।
महीने भर में आग की चौथी घटना
महाकुंभ में आग की यह चौथी घटना है, जो पिछले महीने में हुई है। मेला क्षेत्र में पिछले 28 दिनों के दौरान आग लगने की यह चौथी बार है। महाकुंभ के मेला क्षेत्र में आग की पहली घटना 19 जनवरी को हुई थी, जब सेक्टर 19 में गीता प्रेस के कैंप में कई टेंट जलकर खाक हो गए थे। इसके बाद 30 जनवरी को सेक्टर 22 में भी आग लगी थी, जिसमें एक दर्जन से ज्यादा टेंट जलकर राख हो गए थे। फिर 7 फरवरी को सेक्टर-18 में आग लग गई थी, जिसमें कई पंडाल जल गए थे।
कल्पवासी धीरे-धीरे वापस लौट रहे, टेंट खाली हो रहे
कल्पवासी धीरे-धीरे वापस लौटने लगे हैं और उनके वापस जाने के कारण मेला क्षेत्र में कई टेंट खाली हो गए हैं। कल्पवास का समापन होते ही अधिकांश साधु-संतों ने मेला क्षेत्र छोड़ दिया है, जिससे जहां वे ठहरे हुए थे, वहां अब खाली टेंट नजर आ रहे हैं। हालांकि, श्रद्धालुओं की संख्या में अब भी इज़ाफा हो रहा है, लेकिन ये श्रद्धालु सिर्फ स्नान करने के बाद लौट जा रहे हैं, जिसके कारण पहले जैसी भारी भीड़ नहीं है। प्रशासन अब भी पूरी तरह से मुस्तैद है, और भीड़ के बावजूद सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए दमकल विभाग की कई गाड़ियों की तैनाती की गई है ताकि किसी भी तरह की आपात स्थिति से निपटा जा सके।