फतेहपुर जिले के मलवां में जबरन धर्म परिवर्तन का मामला सामने आया है। आरोप है कि एक हिंदू युवक का धर्मांतरण कर उसे मुस्लिम युवती से निकाह कराने के लिए मजबूर किया गया। युवक के पिता की शिकायत पर पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है, जिनमें युवती का भाई, पिता, एक मौलवी और एक अन्य शामिल हैं। पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
पांच साल पुरानी दोस्ती बनी धर्मांतरण की वजह
हथगाम थाना क्षेत्र के भैरमपुर नौहाइया निवासी राम प्रसाद के अनुसार, उनका बेटा राममनोहर रैदास पिछले पांच वर्षों से हरिद्वार मंडी में फल बेचने का काम कर रहा था। इसी दौरान उसकी दोस्ती फतेहपुर के मलवां थाना क्षेत्र के मीरपुर कुरुस्ती निवासी तौफीक से हुई। धीरे-धीरे राममनोहर तौफीक के परिवार से घुलने-मिलने लगा।
धर्म परिवर्तन के लिए दबाव
राम प्रसाद का आरोप है कि तौफीक ने अपनी बहन शबनम से शादी कराने का झांसा देकर राममनोहर पर इस्लाम कबूल करने का दबाव बनाना शुरू कर दिया। 27 फरवरी की शाम उन्हें जानकारी मिली कि तौफीक, उसके पिता हकीम शाह, रिश्तेदार इम्तियाज और मौलवी आजम खान ने उनके बेटे को घर में बंधक बना लिया है।
राममनोहर बना मुनव्वर, कराया गया निकाह
राम प्रसाद का कहना है कि जब वे अपने परिवार के लोगों के साथ मीरपुर कुरुस्ती पहुंचे तो उन्हें पता चला कि बेटे का नाम बदलकर 'मुनव्वर' रखा जा चुका है और जबरन निकाह करा दिया गया है। मौलवी आजम खान ने इस निकाह को संपन्न कराने में अहम भूमिका निभाई।
पुलिस कार्रवाई: तीन आरोपी गिरफ्तार
मलवां थाने के वरिष्ठ उपनिरीक्षक विनोद कुमार सिंह ने बताया कि राम प्रसाद की तहरीर के आधार पर तौफीक, उसके पिता हाकिम शाह, मौलवी आजम खान और इम्तियाज के खिलाफ जबरन धर्मांतरण और निकाह कराने का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने तौफीक (28), इम्तियाज (38) और मौलवी आजम खान (45) को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
परिवार ने रखी शर्त
राम प्रसाद ने कहा कि यदि युवती और उनका बेटा दोबारा सनातन धर्म अपना लें, तो वे दोनों को स्वीकार कर लेंगे। उधर, युवती के भाई तौफीक ने पुलिस को राममनोहर और शबनम के शादी से संबंधित नोटरी शपथपत्र भी सौंपा है। पुलिस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है।