दिल्ली में भीषण गर्मी: बिना कूलर और पंखे के रह रहे व्यक्ति की 107 डिग्री बुखार से मौत
By: Rajesh Bhagtani Thu, 30 May 2024 12:23:00
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में भीषण गर्मी के बीच दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में 40 वर्षीय एक व्यक्ति की हीट स्ट्रोक से मौत हो गई। रिपोर्ट के अनुसार, बिहार के दरभंगा का रहने वाला यह व्यक्ति बिना किसी कूलर या पंखे के अपने कमरे में रह रहा था।
पीड़ित व्यक्ति राष्ट्रीय राजधानी में पाइपलाइन फिटिंग फैक्ट्री में काम करता था। उसे सोमवार रात को उसके रूममेट और अन्य फैक्ट्री कर्मचारियों द्वारा डॉक्टरों के पास लाया गया था। उसे बहुत तेज़ बुखार था। उसके शरीर का तापमान 107 डिग्री फारेनहाइट से ऊपर चला गया था, जो सामान्य शरीर के तापमान से 10 डिग्री अधिक है।
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, मरीज अस्पताल की हीट स्ट्रोक यूनिट में ही रहा। एक डॉक्टर ने कहा, "बुधवार सुबह उसे वार्ड में शिफ्ट किया गया। उसकी हालत अचानक बिगड़ गई। दोपहर 3 बजे के आसपास उसकी मौत हो गई।"
हीट स्ट्रोक तब होता है जब शरीर पसीने के तंत्र की विफलता के कारण अपने तापमान को नियंत्रित नहीं कर पाता है। पिछले कुछ दिनों से दिल्ली में असामान्य रूप से उच्च तापमान का अनुभव हो रहा है। राष्ट्रीय राजधानी के एक मौसम केंद्र ने अधिकतम तापमान 52 डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज किया।
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि गुरुवार को दिल्ली में न्यूनतम तापमान 30.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बुधवार को दिल्ली के प्राथमिक मौसम केंद्र, सफदरजंग वेधशाला ने अधिकतम तापमान 46.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया, जो 79 वर्षों में सबसे अधिक था।
मौसम विभाग ने आंशिक रूप से बादल छाए रहने और लू चलने की भविष्यवाणी की है, साथ ही धूल भरी आंधी या गरज के साथ बारिश और तेज हवाओं के साथ बहुत हल्की बारिश की संभावना है। मौसम एजेंसी के अनुसार, अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 236 के साथ 'खराब' श्रेणी में था। शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा', 51 से 100 को 'संतोषजनक', 101 से 200 को 'मध्यम', 201 से 300 को
'खराब', 301 से 400 को 'बहुत खराब' और 401 से 500 को 'गंभीर' माना जाता है।
डॉक्टरों के मुताबिक हीट वेव से लोगों को कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इसमें थकावट (हीट एग्जॉशन) और हीट स्ट्रोक भी लंबे समय तक अधिक तापमान में रहने की वजह से हो सकता है। थकावट के चलते बहुत ज्यादा
पसीना आना और कमजोरी महसूस होना आम बात है। हीट स्ट्रोक के कारण कंफ्यूजन, मूर्छा आना और ऑर्गन डैमेज तक की शिकायत होती है। इसलिए जब भी हीट वेव बढ़े, अपनी सेहत का अधिक ध्यान रखें। इसके लिए जरूरी है कि शरीर में पानी की कमी न होने दें। ठंडे स्थान पर ज्यादा समय बिताएं और लंबे समय तक अधिक
गर्मी में न रहें। इनका स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है।