मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा मंगलवार को चित्तौड़गढ़ पहुंचे और जौहर स्मृति संस्थान द्वारा आयोजित जौहर श्रद्धांजलि समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर भाग लिया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने समारोह में संबोधित करते हुए कहा कि चित्तौड़गढ़ का इतिहास न सिर्फ देश, बल्कि पूरी दुनिया के लिए प्रेरणादायक है। उन्होंने मंच से किसी नई घोषणा से बचते हुए पुराने प्रोजेक्ट्स को पूरा करने का भरोसा दिलाया।
मुख्यमंत्री ने अपने 10 मिनट के भाषण में सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी। इससे पहले, सीएम हेलीकॉप्टर से दुर्ग के हेलीपैड पर सुबह 11:05 बजे उतरे, जहां चित्तौड़गढ़ विधायक चंद्रभान सिंह आक्या, निंबाहेड़ा विधायक श्रीचंद कृपलानी और जौहर स्मृति संस्थान के पदाधिकारियों ने उनका स्वागत किया। वीरांगनाओं को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद सीएम फतेह प्रकाश महल पहुंचे। इस दौरान विधायक आक्या ने चित्तौड़गढ़ दुर्ग के विकास के लिए फंड दोगुना करने की मांग रखी, साथ ही संस्थान से जौहर श्रद्धांजलि समारोह का फंड बढ़ाए जाने का अनुरोध किया।
अपने संक्षिप्त उद्बोधन में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सीधे तौर पर कोई नई घोषणा नहीं की, लेकिन उन्होंने यह जानकारी दी कि मातृकुंडिया और चावंड को 100 करोड़ रुपए के टूरिज्म सर्किट में शामिल किया गया है। उन्होंने चित्तौड़गढ़ विधायक की प्रशंसा करते हुए कहा कि विधायक हमेशा चार-पाँच काम लेकर आते हैं और हर काम को शीघ्रता से स्वीकृति दिलाने का प्रयास करते हैं। मुख्यमंत्री ने विश्वास दिलाया कि चित्तौड़गढ़ के विकास के लिए कोई कमी नहीं आने दी जाएगी और जो भी यहां की आवश्यकताएं होंगी, उन्हें पूरा करने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे।
इससे पहले, सुबह भूपाल छात्रावास से एक विशाल शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें विभिन्न संगठनों ने जगह-जगह पुष्प वर्षा कर शोभायात्रा का स्वागत किया। शोभायात्रा दुर्ग स्थित जौहर स्मृति संस्थान पहुंची, जहां हवन-यज्ञ के बाद वीरांगनाओं को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर पंजाब के पूर्व राज्यपाल वीपी सिंह, मंत्री गौतम दक, कपासन विधायक अर्जुन लाल जीनगर, कुंभलगढ़ विधायक सुरेंद्र सिंह, भाजपा जिला अध्यक्ष रतनलाल गाडरी, प्रतापगढ़ अध्यक्ष महावीर सिंह सहित बड़ी संख्या में भाजपा के जनप्रतिनिधि और पदाधिकारी मौजूद थे।