ड्रोन हमले में अमेरिका ने मार गिराया अलकायदा चीफ अल जवाहिरी, 9/11 हमले में था शामिल
By: Priyanka Maheshwari Tue, 02 Aug 2022 09:30:08
अल कायदा के चीफ अल जवाहिरी (71 साल) को अमेरिका ने ड्रोन स्ट्राइक में ढेर कर दिया। ओसामा बिन लादेन की मौत के बाद से आतंकी संगठन अल कायदा की कमान अल जवाहिरी के हाथ में थी। जवाहिरी काबुल में एक घर में छिपा था। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अल जवाहिरी की मौत की पुष्टि की है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि जवाहिरी 9/11 की साजिश में शामिल था। इस हमले में 2,977 लोगों की मौत हो गई थी। दशकों से वह अमेरिकियों पर हमले का मास्टरमाइंड रहा है।
कैसे किया गया ढेर?
सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, जवाहिरी ने काबुल में शरण ले रखी थी। अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक, वह ड्रोन हमले में मारा गया। इस हमले के लिए अमेरिका ने दो Hellfire मिसाइल का इस्तेमाल किया। ड्रोन हमले को शनिवार रात 9:48 बजे अंजाम दिया गया। अधिकारियों के मुताबिक जवाहिरी को उस वक्त निशाना बनाया गया जब वो घर की बालकनी में बैठा था। तभी ड्रोन के जरिए दो मिसाइल उस पर दागे गए। बताया जा रहा कि जवाहिरी पर हमले से पहले बाइडेन ने अपनी कैबिनेट और सलाहकारों के साथ कई हफ्तों तक मीटिंग की। इतना ही नहीं खास बात ये है कि इस हमले के समय कोई भी अमेरिकी काबुल में मौजूद नहीं था।
US kills Al Qaeda chief Ayman al-Zawahiri in drone strike, confirms President Biden
— ANI Digital (@ani_digital) August 2, 2022
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हक्कानी तालिबान के वरिष्ठ लोगों को क्षेत्र में जवाहिरी की मौजूदगी के बारे में जानकारी थी।अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि यह दोहा समझौते का स्पष्ट उल्लंघन है। तालिबान ने जवाहिरी की मौजूदगी छिपाने की कोशिश की भी की। तालिबान ने इस पर भी विशेष ध्यान दिया कि उसके ठिकाने तक कोई न पहुंच सके। इसके लिए उसके परिवार के सदस्यों की लोकेशन भी बदली गई। हालांकि, अमेरिका ने साफ कर दिया कि इस हमले में उसके परिवार को न ही निशाना बनाया गया, न ही उसे कोई नुकसान पहुंचा। इतना ही नहीं अमेरिका ने अपने इस मिशन की जानकारी तालिबान को भी नहीं दी।
कौन था जवाहिरी?
19 जून 1951 को मिस्र की राजधानी काहिरा में जन्मे जवाहिरी डॉक्टरों और विद्वानों के एक सम्मानित मध्यमवर्गीय परिवार से आते थे। उनके दादा, राबिया अल-जवाहिरी, मध्य पूर्व में सुन्नी इस्लामी शिक्षा के केंद्र, अल-अजहर के भव्य इमाम थे। जबकि उनके एक चाचा अरब लीग के पहले महासचिव थे। अयमान अल-जवाहरी ने अलकायदा की नींव रखने में बड़ी भूमिका निभाई थी। आतंकी गतिविधियों में शामिल होने से पहले जवाहिरी मुख्य तौर पर पर आंख का डॉक्टर था। 1980 के दशक में उग्रवादी इस्लाम में शामिल होने के आरोप में उसे कैद किया गया था, उसने अपनी रिहाई के बाद देश छोड़ दिया और हिंसक अंतरराष्ट्रीय जिहादी आंदोलनों में शामिल हो गया। जवाहिरी 11 साल से अल कायदा की कमान संभाल रहा था। वह कभी ओसामा बिन लादेन का पर्सनल फिजीशियन था। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, जवाहिरी इजिप्ट के प्रतिष्ठित परिवार से आता है। उसके दादा रबिया अल-जवाहिरी काहिरा में अल-अजहर यूनिवर्सिटी में इमाम थे। उसके परदादा अब्देल रहमान आजम अरब लीग के पहले सचिव थे। इतना ही नहीं जवाहिरी ने अमेरिका पर आतंकी हमले के मास्टरमाइंड की साजिश में मदद की थी। 11 सितंबर, 2001 को अमेरिका पर हुए हमलों के बाद जवाहिरी लगातार छिप रहा था। इसके बाद अफगानिस्तान के पहाड़ी तोरा बोरा क्षेत्र में वह अमेरिकी हमले में बच गया था। इसमें उसकी पत्नी और बच्चों की मौत हो गई थी।