कहते हैं, "जाको राखे साइयां, मार सके न कोय..."। यह कहावत आज सजीव हो उठी है गुजरात के रमेश विश्वास कुमार की कहानी में। अहमदाबाद में हुए भयावह विमान हादसे में जब 240 लोग मौत की नींद सो गए, तब सिर्फ एक शख्स चमत्कारिक रूप से मौत के मुंह से लौट आया। वो शख्स हैं रमेश कुमार – अब जिन्हें पूरा देश ‘भारत का फ्रेन सेलक’ कहकर पुकार रहा है। वही फ्रेन सेलक, जिसकी किस्मत से पूरी दुनिया अब तक हैरान है – जिसने सात बार मौत को हराकर जिंदगी को गले लगाया।
240 मौतों के बीच एक जीवन की ऐतिहासिक जीत
12 जून की दोपहर ठीक 1:40 बजे, एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 (बोइंग 787 ड्रीमलाइनर) अहमदाबाद से लंदन के लिए रवाना हुई थी। उड़ान भरते ही तकनीकी खराबी के कारण यह विमान कुछ ही मिनटों में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में 230 यात्री और 12 क्रू सदस्य यानी कुल 242 लोग सवार थे। विमान का मलबा शहर के बाहरी इलाके में चारों ओर बिखर गया।
लेकिन इसी मलबे के बीच, घायल अवस्था में, आश्चर्यजनक रूप से जिंदा पाए गए रमेश विश्वास कुमार। उन्हें गंभीर चोटें आई थीं, लेकिन सांसें चल रही थीं। डॉक्टर और बचाव दल की आंखें यह चमत्कार देखकर खुली की खुली रह गईं। रमेश ने बताया, "शायद टेकऑफ के कुछ ही मिनट बाद कुछ गड़बड़ हुआ। मुझे एक तेज धमाके की आवाज सुनाई दी, फिर सब धुंधला सा हो गया... और जब होश आया तो खुद को अस्पताल में पाया। भगवान ने मुझे एक और जिंदगी दे दी है।”
अब सोशल मीडिया पर रमेश की तुलना उस शख्स से की जा रही है, जिसे दुनिया का "सबसे भाग्यशाली और दुर्भाग्यशाली इंसान" माना जाता है – फ्रेन सेलक।
आइए जानते हैं फ्रेन सेलक की चौंकाने वाली किस्मत के बारे में –
1. 1962: ट्रेन हादसे में जिंदा बचे
क्रोएशिया में जन्मे म्यूजिक टीचर फ्रेन सेलक एक ट्रेन से सफर कर रहे थे, जो पटरी से उतरकर बर्फीली नदी में गिर गई। हादसे में 17 लोग मारे गए, लेकिन फ्रेन किसी तरह खिड़की से बाहर निकल गए। हालांकि हाथ टूट गया और हाइपोथर्मिया हो गया, फिर भी वे जीवित बचे।
2. 1963: आसमान से गिरकर भी मौत को मात
एक साल बाद छोटे विमान से यात्रा करते समय अचानक एक दरवाजा खुल गया और फ्रेन सीट समेत हवा में गिर पड़े। नीचे घास का ढेर था, जिससे उनकी जान बच गई। जबकि इस हादसे में 19 लोग मारे गए।
3. 1966: बस डूबी, लेकिन फ्रेन तैरकर बाहर निकले
फ्रेन जिस बस में सवार थे, वह सड़क से फिसलकर नदी में गिर गई। चार लोग डूबकर मारे गए, लेकिन फ्रेन ने तैरकर अपनी जान बचाई।
4. 1970: कार में आग, फिर भी बच गए
जब फ्रेन अपनी कार चला रहे थे, तब इंजन से धुआं निकलने लगा। उन्होंने कार रोकी और बाहर निकले ही थे कि कार में विस्फोट हो गया।
5. 1973: गैस रिसाव से आग, फिर भी सुरक्षित
एक बार फिर कार के टैंक से गैस लीक हुई और स्पार्क से आग लग गई। फ्रेन झुलस गए लेकिन कई दिनों के इलाज के बाद पूरी तरह ठीक हो गए।
6. 1995: सड़क पर चलते समय बस की टक्कर
65 की उम्र पार कर चुके फ्रेन को सड़क पार करते वक्त एक बस ने टक्कर मारी, लेकिन उन्हें सिर्फ मामूली चोटें आईं।
7. 1996: खाई में गिरती कार से कूदकर जान बचाई
पर्वतीय मार्ग पर ड्राइव करते वक्त ट्रक की टक्कर से उनकी कार खाई में गिरने लगी, फ्रेन वक्त रहते कार से कूद गए और एक पेड़ की टहनी को थाम लिया। कार नीचे गिरते ही धमाके से फट गई।