कभी गौर किया है आपने अपने नाखूनों को बारीकी से? ये छोटे-छोटे हिस्से केवल हाथों की खूबसूरती और सजावट बढ़ाने के लिए ही नहीं होते, बल्कि ये हमारे शरीर के अंदर चल रहे स्वास्थ्य संबंधी बदलावों का भी आईना होते हैं। अक्सर लोग नाखूनों में दिखने वाले सफेदपन को देखकर इसे सिर्फ कैल्शियम की कमी या किसी मामूली वजह का नतीजा मानकर टाल देते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि नाखूनों का अचानक सफेद दिखना कई बार किसी गंभीर और छिपी हुई बीमारी का संकेत हो सकता है?
लीवर की बीमारी का संकेत बन सकते हैं सफेद नाखून
अगर आपके नाखून पूरी तरह सफेद हो गए हैं और सिरों पर हलका गुलाबी रंग नजर आ रहा है, तो यह लिवर से जुड़ी गंभीर समस्याओं जैसे लिवर सिरोसिस या हेपेटाइटिस का संकेत हो सकता है। इस स्थिति में शरीर का ब्लड फ्लो प्रभावित हो जाता है और नाखूनों तक ऑक्सीजन की पर्याप्त मात्रा नहीं पहुंच पाती, जिससे वे सफेद दिखाई देने लगते हैं।
खून की कमी यानी एनीमिया की ओर भी इशारा करते हैं फीके नाखून
अक्सर आयरन की कमी या एनीमिया की स्थिति में भी नाखूनों का रंग हल्का, फीका या सफेद नजर आने लगता है। यदि इसके साथ आपको थकान, हल्का चक्कर आना और सांस फूलने जैसी शिकायतें भी महसूस हो रही हैं, तो यह निश्चित रूप से आपके शरीर में खून की कमी का संकेत हो सकता है। ऐसे में तुरंत ब्लड टेस्ट कराना जरूरी होता है।
किडनी की खराबी भी बदल देती है नाखूनों का रंग
किडनी जब ठीक से कार्य नहीं करती, तो शरीर से टॉक्सिन्स (विषैले तत्व) को बाहर नहीं निकाल पाती। इस स्थिति में यह जहरीले तत्व शरीर में जमा होने लगते हैं, जिससे नाखूनों का रंग सफेद या पीला पड़ सकता है। खासतौर पर क्रोनिक किडनी डिजीज के मरीजों में यह बदलाव स्पष्ट रूप से देखा जाता है।
डायबिटीज और कम प्रोटीन लेवल का असर नाखूनों पर
कुछ मामलों में यदि आपकी डाइट में प्रोटीन की मात्रा कम है या आप डायबिटीज जैसी बीमारी से जूझ रहे हैं, तो भी नाखूनों में बदलाव देखने को मिल सकते हैं। शरीर में पोषण की कमी सीधे नाखूनों की बनावट और रंगत पर असर डालती है, जिससे नाखून कमजोर और सफेद दिखने लगते हैं।
फंगल इंफेक्शन या पुरानी चोट से हो सकता है नाखून का कुछ हिस्सा सफेद
अगर नाखून का केवल कोई एक हिस्सा ही सफेद हो रहा है, तो यह संभव है कि वहां फंगल इंफेक्शन हुआ हो या उस जगह पर पहले कोई चोट लगी हो। इस स्थिति में नाखून की बनावट भी असामान्य दिखाई देने लगती है, जैसे परतदार हो जाना या सतह का असमान दिखना।
लक्षण दिखने पर क्या करें? अपनाएं ये ज़रूरी सावधानियां
नजरअंदाज न करें – अगर नाखूनों में यह सफेदपन लंबे समय तक बना रहता है या धीरे-धीरे फैलता जा रहा है, तो इसे अनदेखा न करें और तुरंत किसी योग्य डॉक्टर से सलाह लें।
1. ब्लड टेस्ट कराएं – एनीमिया, लिवर फंक्शन टेस्ट (LFT) और किडनी फंक्शन टेस्ट (KFT) कराना आवश्यक है ताकि बीमारी का सही कारण पता चल सके।
2. पोषण युक्त आहार अपनाएं – आयरन, प्रोटीन, विटामिन्स और खनिज तत्वों से भरपूर संतुलित आहार लें, जो आपके शरीर को भीतर से मजबूत बनाए।
3. हाइजीन का विशेष ध्यान रखें – फंगल इंफेक्शन से बचने के लिए नाखूनों को हमेशा साफ और सूखा रखें। लंबे समय तक गीले हाथों को न रखें और समय-समय पर नाखून काटते रहें।
नाखूनों के रंग में बदलाव एक तरह से शरीर की ओर से दिया गया चेतावनी संकेत (Warning Sign) हो सकता है, जिसे नजरअंदाज करना आपके स्वास्थ्य के लिए गंभीर नुकसानदायक साबित हो सकता है। यह शरीर की अंदरूनी सेहत को बाहर दिखाने का प्राकृतिक तरीका है। इसलिए अगली बार जब आपके नाखूनों में सफेदी नजर आए, तो इसे केवल सजावट की समस्या न समझें, बल्कि अपने स्वास्थ्य की जांच और देखभाल की दिशा में गंभीर कदम उठाएं।
डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है। किसी भी सुझाव को अपनाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लेना जरूरी है।