तेल हमारे रोजमर्रा के भोजन का एक जरूरी हिस्सा है। चाहे आप घर पर खाना बना रहे हों या बाहर से कुछ ऑर्डर कर रहे हों, ज़्यादातर चीज़ों में तेल का इस्तेमाल होता ही है। इसके बिना न तो खाने का स्वाद पूरा होता है और न ही उसका पोषण। आयुर्वेद से लेकर मॉडर्न साइंस तक सभी इस बात से सहमत हैं कि तेल शरीर के लिए बेहद अहम है। इसमें आवश्यक फैटी एसिड्स होते हैं, जो मस्तिष्क से लेकर हार्मोन संतुलन तक के लिए लाभकारी माने जाते हैं। लेकिन ये भी एक सच्चाई है कि अगर तेल की मात्रा जरूरत से ज्यादा हो जाए, तो मोटापा, कोलेस्ट्रॉल और दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। ऐसे में यह जानना जरूरी है कि कितनी मात्रा में तेल का सेवन करना सुरक्षित है, खासकर दाल-सब्जी जैसी रोज़ की चीज़ों में कितना तेल मिलाना सही रहेगा। चलिए, इस पर विस्तार से बात करते हैं।
दाल या सब्जी में तेल की उचित मात्रा क्या होनी चाहिए?
अधिकतर घरों में रोज दाल और सब्जी ही मुख्य भोजन का हिस्सा होती हैं। ऐसे में यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि इनमें कितना तेल डालना शरीर के लिए सही रहेगा। स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें तो हमारी कुल कैलोरी में से 30% से अधिक फैट से नहीं आनी चाहिए। ध्यान देने वाली बात यह है कि इस फैट में दूध, दही और अन्य खाद्य पदार्थों से मिलने वाला फैट भी शामिल होता है। इसलिए, दिनभर में कुल मिलाकर 3 से 4 चम्मच से ज्यादा तेल का सेवन नहीं करना चाहिए। यदि आप दिन में दो बार सब्जी या दाल बनाते हैं, तो हर बार एक से डेढ़ चम्मच तेल इस्तेमाल करना सबसे अच्छा रहेगा।
तेल ज्यादा खाने से शरीर पर क्या असर पड़ सकता है?
अगर आप नियमित रूप से ज़रूरत से अधिक तेल खा रहे हैं, तो यह धीरे-धीरे आपके शरीर पर बुरा असर डाल सकता है। सबसे पहले इसका असर पाचन तंत्र और लिवर पर होता है। इससे गैस, एसिडिटी, ब्लोटिंग और कब्ज जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसके साथ ही, शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ने लगता है, जो आगे चलकर हार्ट अटैक जैसी गंभीर बीमारियों को जन्म दे सकता है। ज्यादा तेल मोटापे की बड़ी वजह बनता है और मोटापा एक बार बढ़ जाए तो डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और जोड़ों के दर्द जैसी बीमारियां अपने आप दस्तक देने लगती हैं।