बेहद तकलीफदायक स्थिति पैदा करती हैं बवासीर की समस्या, इन घरेलू उपायों से मिलेगा आराम
By: Ankur Thu, 08 Sept 2022 3:59:42
आज के दौर में बवासीर जिसे हेमोरोइड या पाइल्स भी कहा जाता है, की समस्या बेहद आम हो चुकी हैं। लगभग 60 प्रतिशत लोगों को ये बीमारी कभी न कभी हो ही जाती है। इसका मुख कारण आपका गलत खानपान और अव्यवस्थित जीवनशैली होती हैं। इसमें आपके गुदा में और गुदा के निचले हिस्से के चारों ओर नसों में सूजन आ जाती है। गुदा में दर्द होना और खून बहना इसका बहुत आम लक्षण है। पाइल्स का दर्द बहुत ही भयंकर और दर्दनाक होता है। जिन व्यक्तियों को बवासीर होता है उन्हें उठने-बैठने में भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। ऐसे में आज हम आपको कुछ ऐसे घरेलू उपाय बताने जा रहे हैं जो इस बवासीर की पीड़ा में आपको राहत दिलाने का काम करेंगे। आइये जानते हैं इनके बारे में...
हल्दी का लेप
हल्दी को कड़वी तोरई के रस में लेप बनाकर मस्सों पर लगाने से सब तरह के मस्से नष्ट हो जाते हैं। इसमें अगर नीम का तेल या कोई भी कड़वा तेल मिलाकर मस्सों पर लगाया जाए तो और भी जल्दी राहत मिलती है।
एलोवेरा
एलोवेरा भी बवासीर में राहत देने का काम करता है। इसमें सूजनरोधक गुण होते हैं, जिसकी वजह से ये आंतरिक और बाह्य दोनों प्रकार की बवासीर में लाभदायक माना जाता है। साथ ही इससे जलन भी कम होती है, जिसके कारण कब्ज की समस्या नहीं होती है। एलोवेरा जेल को गुदा के बाहर मस्सों पर लगाने से भी काफी आराम मिलता है।
छोटी हरड़
छोटी हरड़ के 2 से 5 ग्राम चूर्ण का नियमित सेवन करते रहने तथा बवासीर पर अरंडी का तेल लगाते रहने से काफी राहत मिलता है। यह आपको भार में पंसारी की दुकान में आसानी से मिल जाएगी।
नीम
नीम का तेल को बवासीर के मस्सों पर लगाने से एवं 4-5 बूंद प्रतिदिन पीने से भी काफी राहत मिलता है। यह आपको कहीं भी मिल सकता है। वहीँ, नीम के बीजों की गिरी को लेकर गुड़ के साथ एक गिरी प्रतिदिन सुबह खाली पेट 7 दिन तक चबाकर खाने से खूनी एवं बादी बवासीर नष्ट हो जाते हैं।
छाछ
छाछ या पतली दही में काला नमक और जीरा का पाउडर डालकर पीने से बवासीर के मस्सों से राहत मिलता है। इससे आपको कब्ज से राहत मिलती है और पेट साफ रहता है।
अरण्डी का तेल
कैस्टर ऑयल या अरंडी का तेल में एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-फंगल, एंटी-बैक्टीरिया और अज्वलनशील जैसे गुण होते हैं। इसलिए, इसमें पाइल्स के आकार को कम करने और इसमें होने वाले दर्द को कम करने की शक्ति होती है। इसके लिए हर रात दूध में 3ml कैस्टर ऑयल लें साथ ही आप इसे प्रभावित जगह पर भी लगा सकते हैं। कैस्टर ऑयल को प्रभावित जगह पर लगाने और इसके नियमित सेवन से बवासीर के दर्द में आराम मिलता है।
जैतून का तेल
इसमें सूजन को ठीक करने वाले गुण होते हैं। ये रक्तवाहिकाओं में आई सूजन को कम करता है, इसलिए इस तेल को बादी बवासीर के मस्सों पर लगाने से फायदा मिलता है। इसके अलावा शुद्ध बादाम का तेल भी सूजन और जलन को कम करने में लाभदायक माना जाता है।
सेब का सिरका
सेब का सिरका अपने कषाय गुणों के कारण रक्तवाहिनियों को सिकोड़ने में मदद करता है। खूनी बवासीर में एक गिलास पानी में सेब के सिरके का एक चम्मच डालकर दिन में दो बार पिएं। बादी बवासीर में सेब के सिरके में रुई भिगाकर गुदा में रखें। इससे जलन और खुजली से राहत मिलेगी।
जीरा
बादी बवासीर में दर्द और जलन होने पर जीरे के दानों को पानी के साथ पीसकर लेप बना लें। इसे मस्सों वाली जगह पर लगाएं। खूनी बवासीर में जीरे को भूनकर मिश्री के साथ पीस लें। इसे दिन में 2-3 बार 1-2 ग्राम की मात्रा में मट्ठे के साथ लें।