पैरों के नाखूनों में दिखते हैं हाई कोलेस्ट्रॉल के ये लक्षण, नजरअंदाज करने से हो सकती है गंभीर समस्या
By: Saloni Jasoria Sun, 02 Feb 2025 10:34:31
हर व्यक्ति के शरीर में दो प्रकार के कोलेस्ट्रॉल होते हैं - बैड कोलेस्ट्रॉल (कम घनत्व वाले लिपोप्रोटीन) जिसे एलडीएल (LDL) कहा जाता है और गुड कोलेस्ट्रॉल (उच्च घनत्व वाले लिपोप्रोटीन) जिसे एचडीएल (HDL) कहा जाता है। दोनों में से एलडीएल की मात्रा कम होना चाहिए। हालांकि, बदलती जीवनशैली, गलत खानपान और हानिकारक आदतों के कारण बैड कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ता जा रहा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि बढ़े हुए बैड कोलेस्ट्रॉल के कारण हृदय रोग और मस्तिष्क स्ट्रोक जैसी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। जब शरीर में यह खतरा बढ़ता है, तो कुछ चेतावनी संकेत मिल सकते हैं, जैसे कि...
हाई एलडीएल (बैड कोलेस्ट्रॉल) के कारण शरीर में कई बदलाव होते हैं, जिनमें से एक प्रमुख प्रभाव पैर के नाखूनों पर दिखाई देता है। विशेषज्ञों के अनुसार, एलडीएल के उच्च स्तर के कारण पैर के नाखून नाजुक हो जाते हैं और टूटने लगते हैं। इसके अलावा, नाखूनों की वृद्धि धीमी हो जाती है।
- पैर के नाखूनों का हल्का पीला होना भी एक सामान्य लक्षण है, जो शरीर में कम रक्त प्रवाह का संकेत है।
- हाई कोलेस्ट्रॉल के कारण पैरों में रक्त का प्रवाह कम हो जाता है, जिससे पैरों का रंग फीका पड़ जाता है।
- 2014 में 'जर्नल ऑफ द अमेरिकन एकेडमी ऑफ डर्मेटोलॉजी' में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि जिन लोगों में एलडीएल का स्तर अधिक होता है, उनके नाखून पीले होने की संभावना ज्यादा होती है। इस शोध में न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन के प्रोफेसर डॉ. मार्क एस. लियोनी ने भाग लिया था।
- इसके अतिरिक्त, नाखूनों पर नीले या काले धब्बों का दिखाई देना भी खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर का संकेत हो सकता है।
शरीर के विभिन्न अंगों के लक्षण हमें यह बताते रहते हैं कि हम स्वस्थ हैं या नहीं। विशेषज्ञों का कहना है कि उच्च कोलेस्ट्रॉल से पीड़ित लोगों में कुछ विशिष्ट लक्षण होते हैं, जिन्हें पहचानकर उपचार लिया जा सकता है। इन लक्षणों की उपेक्षा करने से हृदय रोग, ब्रेन स्ट्रोक और उच्च रक्तचाप जैसी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।
हाई कोलेस्ट्रॉल (LDL की अधिक मात्रा) को कैसे कम करें?
- विशेषज्ञों के अनुसार, शरीर में हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करने के लिए फलों, सब्जियों, साबुत अनाज और लीन प्रोटीन से भरपूर आहार लें। यह आहार शरीर में अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने और खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है।
- वसायुक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ सकता है। इसलिए, इन्हें अपने आहार से कम करें या पूरी तरह से हटाएं।
- रोजाना दौड़ना, पैदल चलना, साइकिल चलाना जैसे व्यायाम करें। इससे शरीर में पसीना निकलेगा और कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम होगा। विशेषज्ञों का मानना है कि नियमित व्यायाम से कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित किया जा सकता है।
- धूम्रपान से एलडीएल (बैड कोलेस्ट्रॉल) का स्तर बढ़ जाता है। इसलिए, इसे पूरी तरह से छोड़ने की सलाह दी जाती है।
- अधिक वजन वाले लोग वजन घटाकर खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) के स्तर को कम कर सकते हैं। वजन कम करने से शरीर में अच्छे बदलाव आ सकते हैं।
- गंभीर तनाव और चिंता भी शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ा सकते हैं। तनाव कम करने के लिए योग और ध्यान को अपनी दिनचर्या में शामिल करें, जिससे मानसिक और शारीरिक सेहत को फायदा हो सकता है।
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