आजकल युवाओं में फिटनेस को लेकर जबरदस्त जुनून देखने को मिल रहा है। जिम जाना अब लाइफस्टाइल का हिस्सा बन गया है। अगर आप किसी जिम जाने वाले युवक की अलमारी खोलें, तो उसमें आपको प्रोटीन पाउडर की एक डिब्बी जरूर दिखेगी। मसल्स गेन करनी हो या वजन घटाना हो, प्रोटीन सप्लीमेंट को ज़रूरी माना जाता है। मगर इसको लेकर कई तरह की बातें और शंकाएं लोगों के बीच बनी रहती हैं। खासतौर से ये सवाल अक्सर पूछा जाता है कि क्या प्रोटीन पाउडर लेने से पुरुषों का स्पर्म काउंट कम हो सकता है? आइए जानते हैं इसकी हकीकत और इससे जुड़ी जरूरी सावधानियों के बारे में।
क्या वाकई प्रोटीन पाउडर से घटता है स्पर्म काउंट?
इस सवाल का जवाब समझने से पहले जरूरी है ये जानना कि हर तरह का प्रोटीन पाउडर नुकसानदेह नहीं होता। अगर आप अच्छी क्वालिटी का, सर्टिफाइड और शुद्ध प्रोटीन ले रहे हैं, तो इसका आपकी फर्टिलिटी पर कोई सीधा नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता। असली समस्या तब पैदा होती है जब बिना जानकारी के लोग सस्ते और अनसर्टिफाइड प्रोटीन पाउडर खरीद लेते हैं या फिर जरूरत से ज्यादा मात्रा में प्रोटीन का सेवन करने लगते हैं।
ऐसे प्रोटीन पाउडर जो स्पर्म काउंट घटा सकते हैं
फिटनेस मार्केट में आज ऐसे कई प्रोटीन सप्लीमेंट मौजूद हैं, जिनमें स्टेरॉइड्स और कृत्रिम टेस्टोस्टेरॉन जैसे तत्व मिले होते हैं। इन्हें इसलिए मिलाया जाता है ताकि तेजी से मसल्स डेवलप हो और असर जल्दी दिखाई दे। हालांकि ये तत्व शरीर के प्राकृतिक हार्मोन बैलेंस को बिगाड़ सकते हैं। लंबे समय तक ऐसे सप्लीमेंट का सेवन करने से पुरुषों में फर्टिलिटी से जुड़ी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, जैसे कि स्पर्म काउंट का कम होना या हार्मोनल असंतुलन।
जरूरत से ज्यादा प्रोटीन भी बन सकता है परेशानी
एक्सपर्ट्स की मानें तो यदि आप पहले से ही हाई-प्रोटीन डाइट पर हैं और उसके साथ-साथ अधिक मात्रा में प्रोटीन सप्लीमेंट ले रहे हैं, तो यह भी नुकसानदेह साबित हो सकता है। इससे किडनी पर दबाव पड़ता है और शरीर में हार्मोनल असंतुलन की संभावना बढ़ जाती है, जो अंततः स्पर्म काउंट पर असर डाल सकता है। इसलिए प्रोटीन की मात्रा संतुलित और शरीर की जरूरत के अनुसार ही होनी चाहिए।
सही प्रोटीन पाउडर का चुनाव कैसे करें?
अगर आप कोई प्रोटीन सप्लीमेंट खरीदने का मन बना रहे हैं, तो सबसे पहले यह सुनिश्चित करें कि वह ब्रांड सर्टिफाइड और विश्वसनीय हो। पैकेट पर लिखे सभी इंग्रेडिएंट्स ध्यान से पढ़ें। अगर उसमें किसी तरह का स्टेरॉइड, एनाबोलिक कंपाउंड या टेस्टोस्टेरॉन एडिटिव है, तो उसे बिल्कुल न खरीदें। साथ ही सिर्फ इसलिए प्रोटीन लेना भी ठीक नहीं है क्योंकि बाकी लोग ले रहे हैं। अपने डॉक्टर, न्यूट्रिशनिस्ट या फिटनेस ट्रेनर से सलाह लें और अपनी बॉडी की ज़रूरत के अनुसार ही सप्लीमेंट लें।