अगर आप लगातार थकान और मानसिक तनाव के साथ-साथ कब्ज, अपच जैसी पाचन संबंधी परेशानियों से छुटकारा पाना चाहते हैं, तो आपके लिए ‘शवासन’ योगासन सबसे प्रभावी उपाय साबित हो सकता है। यह योगासन दिखने में सरल और सहज लगता है, लेकिन इसके शारीरिक और मानसिक लाभ अत्यंत गहरे और व्यापक हैं। शवासन का नियमित अभ्यास शरीर और मन दोनों को तरोताजा करता है और स्वास्थ्य में सुधार करता है।
शवासन को योग के अंत में या बीच में करने की सलाह दी जाती है ताकि शरीर को पूर्ण विश्राम मिल सके। इसे ‘मृतक मुद्रा’ के नाम से भी जाना जाता है। इस योगासन के अभ्यास से तनाव, चिंता, अवसाद जैसे मानसिक रोगों में कमी आती है। यह मन को शांत करता है और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करता है।
शवासन करने से मांसपेशियों में जमा हुआ तनाव खत्म हो जाता है और शरीर की थकान दूर होती है। यह तंत्रिका तंत्र को शांत कर शरीर को फिर से सक्रिय होने का मौका देता है। खासतौर पर हृदय रोगियों के लिए यह योगासन बहुत लाभकारी है, क्योंकि यह हृदय की धड़कन को धीमा करता है और रक्तचाप को नियंत्रित करता है।
इसके अलावा, शवासन के अभ्यास से गहरी सांस लेने और पूर्ण विश्राम की वजह से पाचन तंत्र भी बेहतर काम करता है, जिससे कब्ज, अपच जैसी समस्याओं में राहत मिलती है। मानसिक तनाव से राहत मिलने के कारण एकाग्रता और निर्णय क्षमता भी बेहतर होती है। यह योगासन नींद की गुणवत्ता बढ़ाने में भी सहायक है, इसलिए अनिद्रा की समस्या में भी इसका उपयोग प्रभावी माना जाता है।
शवासन आपको आध्यात्मिक रूप से भी अपने भीतर की शांति से जुड़ने का अवसर प्रदान करता है। यह योगासन ध्यान की गहरी स्थिति तक ले जाता है, जो आपके आध्यात्मिक विकास के लिए बहुत आवश्यक है।
शवासन करने का तरीका
शवासन करने के लिए सबसे पहले किसी शांत और साफ जगह का चयन करें। पीठ के बल लेट जाएं, पैरों को थोड़ा फैलाएं और हथेलियों को ऊपर की ओर खुला रखें। आँखें बंद कर लें और शरीर को पूरी तरह आराम दें। धीरे-धीरे और गहरी सांस लें। सांसों पर ध्यान केंद्रित करें, लेकिन उन्हें रोकने या नियंत्रित करने की कोशिश न करें। अपने शरीर के हर हिस्से को एक-एक करके महसूस करें और उसे पूरी तरह से शांत होने दें।
ध्यान रखें कि शवासन करते समय कई बार लोग इतनी गहरी स्थिति में चले जाते हैं कि सो जाते हैं, जिससे अभ्यास का उद्देश्य प्रभावित हो सकता है। इसलिए जागरूक रहकर इसका अभ्यास करें ताकि इसके पूरे लाभ प्राप्त हो सकें।
डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है। किसी भी सुझाव को अपनाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लेना जरूरी है।