आजकल मिलावट के मामलों में काफी बढ़ोतरी हुई है, और इसका सबसे ज्यादा असर हमारे खाने-पीने के सामान पर पड़ा है। खासकर, पनीर जो आमतौर पर घरों में खाया जाता है, वह मिलावटी (सिंथेटिक) होने का खतरा हमेशा रहता है। पनीर में मिलावट से स्वास्थ्य पर गंभीर असर पड़ सकता है क्योंकि इसमें सिंथेटिक दूध, स्टार्च, डिटर्जेंट, और अन्य केमिकल्स का इस्तेमाल होता है। ये पदार्थ पाचन तंत्र, लिवर और किडनी को नुकसान पहुंचा सकते हैं। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि आप घर पर ही गर्म पानी की मदद से सिंथेटिक पनीर की पहचान कर सकते हैं। आइए जानें, कैसे!
गर्म पानी से कैसे करें सिंथेटिक पनीर की पहचान?
सिंथेटिक पनीर की पहचान करने के लिए एक कटोरी में थोड़ा सा गर्म पानी लें। ध्यान रहे कि पानी उबला हुआ नहीं, बल्कि गुनगुना होना चाहिए। अब उसमें पनीर का एक छोटा टुकड़ा डालें और उसे 5 से 10 मिनट तक छोड़ दें। इसके बाद ध्यान से देखें कि पनीर का क्या हाल हो रहा है।
अगर पनीर असली है:
- पनीर अपनी बनावट बनाए रखेगा।
- यह पानी में घुलकर कोई चिकनाहट या झाग नहीं छोड़ेगा।
- पनीर का रंग और खुशबू सामान्य रहेगी।
अगर पनीर नकली है:
- पनीर जल्दी टूटने लगेगा और बिखर सकता है।
- पानी में सफेद झाग या तेल जैसी परत आ सकती है।
- बदबूदार गंध आ सकती है और पानी में स्टार्च जैसी चिकनाहट दिख सकती है।
स्टार्च की मिलावट चेक करने का तरीका:
आप पनीर को थोड़ा मसलकर उसमें 2-3 बूंद आयोडीन टिंचर या हल्दी वाले पानी की डाले। अगर रंग नीला या काला हो जाता है, तो यह साबित करता है कि पनीर में स्टार्च की मिलावट है, जो कि मिलावटी पनीर का संकेत है।
नकली पनीर खाने से क्या हो सकता है?
नकली पनीर का सेवन करने से कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, जैसे:
- पेट दर्द, गैस और दस्त की परेशानी
- फूड पॉइजनिंग का खतरा
- किडनी और लिवर पर बुरा असर
- लंबे समय तक सेवन से गंभीर बीमारियां हो सकती हैं
जरूरी सलाह:
- पनीर हमेशा किसी भरोसेमंद ब्रांड या डेयरी से ही खरीदें।
- घर पर पनीर बनाना सबसे सुरक्षित तरीका है।
- खरीदने से पहले पनीर को सूंघकर और छूकर उसकी बनावट पहचानने की आदत डालें।