शरीर के किसी भी दर्द को दूर करने में कारगर साबित होती हैं ये 9 चीजें, नहीं पड़ती पेन किलर की जरूरत
By: Priyanka Maheshwari Tue, 07 Nov 2023 10:04:03
दैनिक जीवन में कई बार ऐसे हालात बनते हैं कि शरीर के विभिन्न हिस्सों में दर्द उठने लगता हैं। आमतौर पर किसी भी तरह का दर्द होने पर लोग तुरंत दर्द को कम करने या राहत पाने के लिए दर्द निवारक दवा या पेनकिलर ले लेते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि दर्द को दूर करने के लिए बिना डॉक्टर से पूछे पेनकिलर खा लेना आपअपनी की सेहत के साथ खिलवाड़ करने जैसा खतरनाक हो सकता है। बार-बार पेन किलर का इस्तेमाल शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकता है। ऐसी स्थिति में आपको दर्द से राहत पाने के लिए प्राकृतिक पेन किलर्स का उपयोग करना चाहिए। आज इस कड़ी में हम आपको कुछ ऐसी नेचुरल चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं जो शरीर के किसी भी दर्द को दूर करने में कारगर साबित होती हैं।
चेरी
चेरी में थायमीन, राइबोफ्लैविन, विटामिन बी6 और पैटोथेनिक एसिड काफी मात्रा में पाया जाता है। इसमें नायसिन, फोलेट और विटामिन ए भी होता है। यही नहीं चेरी में मौजूद पोटेशियम और मैग्नीशियम जोड़ों के दर्द और गठिया जैसी दिक्कतों को दूर करने में मदद करते हैं। मैग्नीशियम प्राकृतिक दर्द निवारक के रूप में काम करता है और पोटेशियम सूजन दूर करता है। बदन दर्द को दूर रखने के लिए नियमित रूप से चेरी का सेवन करें।
पुदीना
प्राकृतिक पेन किलर के रूप में पुदीना बड़े काम का हो सकता है। पुदीना मांसपेशियों के दर्द, दांत दर्द, सिरदर्द और नसों के दर्द से राहत दिलाता है। कुछ पत्तों को चबाने से न केवल पाचन में मदद मिलती है, बल्कि मन भी शांत रहता है। एक स्टडी के अनुसार एंटीमाइक्रोबियल, एंटीवायरस, एंटीऑक्सीडेंट और एंटीट्यूमर के साथ ही एंटी-एलर्जेनिक गुण पाए जाते हैं, जो संयुक्त रूप से शरीर को लाभ पहुंचाने का काम कर सकते हैं।
रोज़मेरी तेल
रोज़मेरी एक शक्तिशाली तेल है जो दर्द को दूर करने में मदद कर सकता है। यह तेल दर्द से संबंधित मस्तिष्क ओपिओइड न्यूरॉन्स पर कार्य करता है और सिरदर्द और जोड़ों के दर्द के इलाज में प्रभावी होता है। इसके अलावा, रोजमेरी का तेल सूजन को कम करने, मांसपेशियों के दर्द को दूर करने के साथ मस्तिष्क के स्वास्थ्य और याददाश्त में भी सुधार करने में मदद करत है।
अदरक
अदरक का सेवन शारीरिक दर्द ही नहीं बल्कि सूजन में भी राहत पहुंचाता है। इसमें प्राकृतिक रूप से मौजूद एनाल्जेसिक दर्द निवारक होता है। एक स्टडी में पाया गया है कि अदरक में पाए जाने वाले औषधिय गुण कब्ज, पेट दर्द, पेट की ऐंठन, मरोड़ व गैस जैसी कई समस्याओं से राहत दिलाने में सहायक साबित हो सकता है। इसमें मौजूद एनाल्जेसिक नामक पेन किलर गुण गठिया दर्द, ऐंठन और मांसपेशियों में दर्द को कम करने में मदद करते हैं। इसके अलावा यह पीरियड्स के दर्द से तुरंत राहत और मांसपेशियों को आराम और शांत करने में भी मदद करता है।
लौंग
एक स्टडी में यह पाया गया है कि इसमें एंटी-माइक्रोबियल और एंटी-ऑक्सीडेंट प्रभाव होता है। इसके अलावा, इसमें एंटी-वायरल और एनाल्जेसिक गुण भी है, जो कई तरह से शरीर को फायदा पहुंचा सकते हैं। आप इसका उपयोग ओरल हेल्थ के लिए कर सकते हैं। साथ ही लौंग डायबिटीज कंट्रोल करने, पाचन को सुधारने, वजन कम करने में भी मददगार साबित हो सकती है।
लाल मिर्च
लाल मिर्च में मौजूद कैप्सेकिन तत्व दर्द निवारक गुणों से भरपूर होता है और दवाओं से ज्यादा असरदार होता है। लाल मिर्च का पेस्ट लगाने या कैप्सूल के सेवन से जोड़ों के दर्द और सूजन के कारण हो रहे नसों में दर्द में कमी होती है। आयुर्वेद में इसका उपयोग सिरदर्द से राहत पाने में भी किया जाता है।
हल्दी
इसमें एंटीइन्फ्लेमेटरी, एंटीऑक्सीडेंट, एंटीट्यूमर, एंटीसेप्टिक, एंटीवायरल, कार्डियोप्रोटेक्टिव, हेपटोप्रोटेक्टिवऔर नेफ्रोप्रोटेक्टिव गुण मुख्य हैं। इसमें मौजूद यौगिक करक्यूमिन एक ओवर-द-काउंटर एंटीबायोटिक के रूप में कार्य करता है। इस दर्द निवारक औषधि का इस्तेमाल ऑस्टियोआर्थराइटिस, रूमेटॉइड अर्थराइटिस, गठिया, मांसपेशियों के दर्द से छुटकारा दिलाता है।
लहसुन
लहसुन में मौजूद सेलेनियम जैसा तत्व कान के दर्द में राहत पहुंचाते हैं। आयुर्वेद में लहसुन को तेल के साथ उबालकर कानों पर लगाने की सलाह दी जाती है। इससे कानों के पकने या सूजन से होने वाले पेन में भी तुरंत आराम मिलता है। किसी भी तरह के दर्द खासतौर पर पेट दर्द और जोडों के दर्द से बचने के लिए आप रोजाना लहसुन की एक या दो कली का सेवन कर सकती हैं।
बर्फ
यह दर्द में राहत पाने का सबसे आम घरेलू नुस्खा है। मांसपेशियों, कण्डरा या लिगामेंट में खिंचाव के कारण होने वाले सूजन को कम करने के लिए आइस पैक का इस्तेमाल फायदेमंद हो सकता है। साथ ही मोच और खिंचाव के साथ आने वाली कठोरता को कम करने में मदद मिल सकती है। बर्फ पीठ के निचले हिस्से के दर्द और गठिया में राहत पहुंचाने का काम करती है। इसके लिए आप कपड़े में बर्फ के टुकड़े रखकर प्रभावित जगह पर सिकाई कर सकती है। इससे आपको जल्द ही दर्द व सूजन से राहत मिलेगी। इसके साथ ही इससे उस जगह पर खून जमने की परेशानी भी नहीं होती है। शरीर की अकड़न दूर होकर लचीलापन आता है।